Traffic Challan: बिहार के इन 26 जिलों में कैमरों से कटेगा ऑटोमैटिक चालान, 35 करोड़ रुपये होंगे खर्च
बिहार के सभी जिलों में अब ट्रैफिक नियम तोड़ने पर कैमरों से चालान कट सकेगा। राज्य कैबिनेट ने 26 जिलों के 72 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मंजूरी दी है जिस पर 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट की तस्वीर खींचकर ई-चालान जारी किया जा सकेगा। अब तेज रफ्तार चलाने वाले युवाओं की टेंशन बढ़ेगी।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के अब सभी जिलों में यातायात उल्लंघन पर कैमरों से चालान कट सकेगा। राज्य कैबिनेट ने शेष 26 जिलों के 72 चौराहों पर ऑटोमैटिक चालान काटने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की मंजूरी दे दी है। इस पर करीब 35 करोड़ 46 लाख 37 हजार 394 रुपये खर्च होंगे। अब तेज रफ्तार या ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले युवा कैमरे की नजर से बच नहीं पाएंगे।
इन शहरों में लगेंगे कैमरे
इस राशि से पांच वर्षों तक कैमरों का रख-रखाव भी किया जाएगा। राज्य के चार बड़े शहरों पटना, बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत कैमरे लगाए गए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री सुरक्षित सुशासित शहर के अंतर्गत अन्य नौ शहरों सारण, दरभंगा, गया, मुंगेर, पूर्णिया, सहरसा, बेगूसराय, बेतिया और डेहरी आन सोन में भी यह सुविधा दी जा रही है।
इन शहरों को छोड़कर शेष जिला मुख्यालय वाले शहरों के छह दर्जन चौक-चौराहों पर कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव है। इन अत्याधुनिक कैमनों की मदद से नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट की तस्वीर खींच कर ई-चालान निर्गत की जा सकेगी।
इस योजना का संचालन वित्तीय वर्ष 2024-25 से 2028-29 तक किया जाएगा जिसका व्यय सड़क सुरक्षा निधि से होगा।
ई-चालान की खूबियां
- ऑनलाइन प्रणाली: ई-चालान एक ऑनलाइन प्रणाली है जिसमें चालान जारी करने और भुगतान करने की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है।
- वाहन नंबर प्लेट की तस्वीरें: यातायात पुलिस वाहनों की नंबर प्लेट की तस्वीरें लेती है और उनके खिलाफ चालान जारी करती है।
- चालान की जानकारी: ई-चालान में चालान की जानकारी, जैसे कि चालान का नंबर, वाहन का नंबर, चालान की तारीख, और चालान की राशि शामिल होती है।
- भुगतान की सुविधा: ई-चालान का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है, जिससे वाहन मालिकों को चालान का भुगतान करने में आसानी होती है।
ई-चालान के फायदे:
- पारदर्शिता: ई-चालान प्रणाली में पारदर्शिता होती है, जिससे वाहन मालिकों को चालान की जानकारी मिलती है।
- समय की बचत: ई-चालान का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है, जिससे वाहन मालिकों को समय की बचत होती है।
- कागजी कार्रवाई की कमी: ई-चालान प्रणाली में कागजी कार्रवाई की कमी होती है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में आसानी होती है।
- पर्यावरण के लिए फायदेमंद: कागज के कम उपयोग से पर्यावरण के लिए सही माना जाता है, जो कि पेड़ को काटने से बचाता है। बताते दें कि कागज को बनाने के लिए पेड़ को काटना पड़ता है।
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