Bihar Politics: चिराग के जीजा को केंद्र सरकार में मिली अहम जिम्मेदारी, जमुई से चुने गए थे सांसद
जमुई के सांसद अरुण भारती को प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव अनिल कुमार द्वारा जारी अधिसूचना के माध्यम से की गई है। अरुण भारती लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के मुख्य सचेतक भी। अरुण भारती ने 2024 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार को हराया था।
संवाद सहयोगी,जमुई। Bihar Political News Today: लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के जीजा और जमुई से सांसद अरुण भारती को केंद्र सरकार में अहम जिम्मेदारी मिली है। उन्हें प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति के सदस्य बनाए गए हैं।
उक्त बात की जानकारी जमुई सांसद अरुण भारती ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि कर सलाहकार समिति के सदस्य बनाने को लेकर संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव अनिल कुमार द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी गया है।
सांसद सह लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के मुख्य सचेतक अरुण भारती को क्षेत्रीय प्रत्यक्ष कर सलाहकार समिति के सदस्य बनाए जाने पर जिला अध्यक्ष जीवन सिंह ने हर्ष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि उनके सदस्य बनने से अब राज्य के करदाताओं को हो रही परेशानी व उनकी सुविधाओं के बारे में न सिर्फ वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग से जानकारी ले सकेंगे। बल्कि उनकी समस्याओं के निदान के लिए उसे निर्देशित भी करेंगे।
स्थानीय सांसद को बधाई देने वालो में लोजपा नेता रूबेन सिंह, चंदन सिंह, राष्ट्रदीप सिंह, रिंकू सिंह एवं गौतम पासवान सहित एनडीए के दर्जन भर कार्यकर्ता शामिल हैं।
कौन हैं अरुण भारती?
- अरुण कुमार भारती ने विदेश से एमबीए की डिग्री ली है और उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है।
- वार्षिक आमदनी की बात करें तो 2022-23 में इन्होंने जो खुद का हलफनामा दायर किया है।
- उसमें 5,38,000.70 रुपये की वार्षिक आमदनी है। पत्नी निशा कुमारी की भी वार्षिक आमदनी चार लाख 99 हजार की है।
जदयू ने लालू परिवार पर बोला हमला
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार काे कहा कि खुद को कट्टर समाजवादी बताने वाले लालू परिवार ने कभी भी समाजवाद के सच्चे आदर्शों का पालन नहीं किया।
डॉ. लोहिया सिद्धांतविहीन राजनीति के घोर विरोधी थे क्योंकि वैचारिक समाजवाद के बिना राजनीतिक समाजवाद का कहीं कोई औचित्य नहीं है।
लालू परिवार का समाजवाद सिर्फ चुनावी भाषणों तक सिमटकर रह गया है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए लालू परिवार ने समाजवादी मूल्यों को तार-तार करने का काम किया।
राजद की राजनीतिक विरासत संभाल रहे तेजस्वी यादव को यह जरूर बताना चाहिए कि बेजुबान पशुओं का चारा खाने और नौकरी के बदले गरीब-गुरबों का जमीन कब्जा कर लेना कौन से समाजवाद की परिभाषा है।
डा. लोहिया और जननायर कर्पूरी ठाकुर के अनुयायी होने का दावा करने वाले लालू प्रसाद यादव ने अपने राजनीतिक आचरण से समाजवादी विचारधारा को कलंकित कर दिया।
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