सरकारी डॉक्टरों के 13 हजार और स्टाफ नर्सों के 12 हजार पद स्वीकृत, डाटाबेस बनाने की कवायद तेज
पटना में स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों का डेटाबेस बना रहा है। इस पहल का उद्देश्य नियुक्ति और पदस्थापन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करना है। विभाग ने जिलों से कर्मचारियों का विवरण मांगा है ताकि तबादलों और अन्य प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से किया जा सके।

राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग राज्य में तैनात डाक्टरों, नर्सों के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कर्मियों और पारा मेडिकल स्टाफ का डाटाबेस बना रहा है। दरअसल विभाग ने यह पहल डाक्टर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति और पदस्थापन में आने वाली समस्या को देखते हुए की है। विभाग की ओर से जिलों में तैनात डाक्टर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का विवरण तलब किया है।
राज्य में सरकारी डाक्टरों के 13 हजार के करीब पद स्वीकृत हैं। इसी प्रकार स्टाफ नर्सों के भी करीब 12 हजार पद स्वीकृत हैं। प्रदेश सरकार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अलावा अन्य अस्पतालों में डाक्टर और नर्सो की कमी दूर करने के लिए निरंतर नई बहालियां कर रही है। इन दो पदों के लिए विभिन्न श्रेणी के अन्य पद भी है। जिनका एकीकृत्र डाटा उपलब्ध नहीं। सामान्य प्रक्रिया के तहत जब इन पद धारियों का तबादला होता है तो उस दौरान विभाग को काफी कठिनाई होती है।
जिसे देखते हुए विभाग ने स्वास्थ्य सेवा के सभी श्रेणी के कर्मियों का डाटाबेस बनाने की पहल की है। इसके लिए सभी जिलों से संबंधित पदों का ब्योरा तलब किया गया है। डाटा बेस बनने के बाद विभाग और सरकार एक क्लिक पर डाक्टर के नाम के साथ उनके पदस्थापन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेगी। डॉक्टरों के साथ अन्य कर्मियों का भी एकीकृत्र डाटा विभाग के पास उपलब्ध हो जाएगा।
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