Nawada News: पहले देश बाद में परिवार, बुलावा आते ही अखिलेश ने पकड़ी ट्रेन; लद्दाख बॉर्डर पर पोस्टिंग
नवादा के अखिलेश प्रसाद को ITBP से बुलावा आते ही पहले देश बाद में परिवार की सोच के साथ ड्यूटी पर लौट गए। पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ गया था जिसके चलते उन्हें वापस बुलाया गया। परिवार ने खुशी-खुशी विदा किया। उनका कहना है कि देश से बढ़कर कुछ नहीं होता।

राजेश प्रसाद, नवादा। बात जब देशभक्ति की होती है तो सारे रिश्ते-नाते पीछे छूट जाते हैं। इसी सोच के साथ अखिलेश प्रसाद को जब सेना से बुलावा आया तो बिना देर किए वह अपनी ड्यूटी पर लौट गए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि देश से बड़ा कुछ नहीं होता। अगर देश के लिए जान भी देनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
घर से निकलने से पहले उन्होंने पत्नी और परिवार को जय हिंद कहा और ट्रेन पकड़ने को नवादा रेलवे स्टेशन तक पहुंचे। इनके इस हौसले को जानकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
दरअसल, पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भारत-पाक के बीच तनातनी बढ़ गई थी। पकरीबरावां प्रखंड स्थित धेवधा निवासी आईटीबीपी जवान अखिलेश प्रसाद को ड्यूटी पर लौट आने का बुलावा आया। अखिलेश बुलावा आते ही अपने कर्तव्य पर निकल पड़े।
देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए अखिलेश हुए बॉर्डर पर तैनात
परिवार के लोगों ने आरती की थाली के साथ माथे पर तिलक लगाकर उन्हें खुशी-खुशी विदा किया। छह माह से आईटीबीपी 47 बटालियन से अखिलेश लेह लद्दाख की सीमा पर तैनात थे। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के सांबा में बतौर जवान तैनात किए गए हैं।
वे 30 अप्रैल को 24 दिनों की छुट्टी पर अपने नए घर की पूजा में शामिल होने पहुंचे थे। पूजा चल ही रहा था कि इस बीच सीनियर का संदेश मिला। बस क्या था। 11 मई को भगवान की पूजा की और बैग उठाकर जाने को तैयार हो गए।
इनके परिवार में पत्नी सविता कुमारी, बच्चे अभिजीत कुमार, अमृता कुमारी, अर्पिता कुमारी हैं। अखिलेश की इस साहस और देशभक्ति को देखकर उनकी भाभी प्रमिला और भाई सुबोध कुमार गर्व से भरे नजर आए।
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