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    Muzaffarpur: मुश्किल में फंसे करजा थानाध्यक्ष, बालू माफिया से कर रहे थे सांठ-गांठ; डिप्टी CM ने दिए कार्रवाई के आदेश

    Updated: Sat, 05 Apr 2025 11:05 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर में खनन विभाग द्वारा जब्त किए गए ओवरलोडेड बालू ट्रक पर कार्रवाई न करने के मामले में करजा थानाध्यक्ष पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने बालू माफियाओं से सांठगांठ कर ट्रक को मुक्त करने की कोशिश की।

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    बालू लदी ट्रक जब्ती में केस नहीं करने पर करजा थानाध्यक्ष पर होगी कार्रवाई

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। खनन विभाग के अधिकारी द्वारा ओवरलोड बालू लदे ट्रक को जब्त कर करजा थाने के हवाले कर आवेदन दिए जाने के बावजूद करजा थानाध्यक्ष द्वारा एक माह तक प्राथमिकी नहीं करने की शिकायत उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास पहुंच गई है। इसे गंभीरता से लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने वरीय पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई के लिए कहा है

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    8 फरवरी को जब्त हुआ ट्रक

    दरअसल, खान निरीक्षक द्वारा आठ फरवरी को ओवरलोड बालू लदे पश्चिम बंगाल नंबर के एक ट्रक को जब्त किया गया था। ट्रक को खान निरीक्षक द्वारा आठ फरवरी को करजा थाना परिसर में खड़ा कर थाना को सुपुर्द किया था।

    उसी दिन केस दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन भी दिया गया था, जिसे ओडी ड्यूटी में तैनात पदाधिकारी ने रिसीव किया था, लेकिन करजा थानाध्यक्ष द्वारा एक माह तक केस दर्ज नहीं किया गया।

    बालू माफिया से सौदेबाजी की कोशिश

    आरोप है कि बालू लदे ट्रक को मुक्त करने के लिए थानाध्यक्ष द्वारा बालू माफियाओं से सौदेबाजी की गई। जब बात नहीं बनी और मामला तूल पकड़ने लगा तो 13 मार्च को प्राथमिकी दर्ज की गई।

    मामले में तीन दिन पूर्व डीएम के आदेश पर गठित विशेष टीम के अधिकारियों ने करजा थाने पहुंचकर इसकी जांच की थी। विशेष टीम में एडीएम राजस्व, एसडीएम पश्चिमी श्रेया श्री व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन शामिल थे।

    मुशहरी थानाध्यक्ष की भी पहुंची शिकायत

    मुशहरी इलाके के राजीव लोचन कुमार ने मुशहरी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार गुप्ता पर दबंगई का आरोप लगाते हुए उप मुख्यमंत्री से शिकायत की है। आवेदन में कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण में परिवाद दायर है। सुनवाई के लिए कई बार थाना पर गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

    पीड़ित का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने उन्हें कहा कि जो मेरे मन में आएगा वो करेंगे, ज्यादा इधर-उधर करेगा तो एनकाउंटर कर देंगे। इसके बाद पीड़ित ने इस मामले में डिप्टी सीएम से शिकायत की।

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