Bihar Politics: 'RJD में साढ़े 5 मुख्यमंत्री, NDA में सिर्फ नीतीश', डिप्टी CM सम्राट ने क्यों कहा ऐसा?
Bihar Politics उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में साढ़े पांच मुख्यमंत्री हैं जबकि एनडीए में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव के जातीय सर्वे का श्रेय लेने के दावे को भी खारिज किया और कहा कि एनडीए सरकार ने ही इसकी शुरुआत की थी। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में जातीय जनगणना भी एनडीए ही कराएगा।

जागरण टीम, मुजफ्फरपुर/पटना। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 55 साल तक देश को कांग्रेस ने लूटा। इसी तरह राजद ने 20 वर्षों तक बिहार को लूटा। नीतीश कुमार के शासन में बिहार तेजी से आगे बढ़ा। मुजफ्फरपुर भी समृद्धि की राह पर बढ़ रहा है।
सोमवार को मुजफ्फरपुर में करीब आधा दर्जन कार्यक्रमों में भाग लेने आए उप मुख्यमंत्री ने बिहार में महागठबंधन की लगातार हो रही बैठक को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि राजद में साढ़े पांच मुख्यमंत्री हैं।
लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, तेजप्रताप यादव, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य। पहले वे आपस में तय कर लें कि उनका कौन नेतृत्व करेगा। एनडीए के एक मुख्यमंत्री हैं, नीतीश कुमार। चुनाव में वही एनडीए का नेतृत्व करेंगे।
जातीय सर्वे को लेकर बोला हमला
वहीं, तेजस्वी यादव द्वारा बिहार में जातीय सर्वे का श्रेय लेने और केंद्र पर दबाव बनाने की बात पर सम्राट ने कहा कि 2019 और 2020 में विधानपरिषद और विधानसभा दोनों में यह प्रस्ताव लाया गया कि बिहार में जातीय सर्वे होगा। उस समय एनडीए की सरकार थी।
2021 में सर्वदलीय बैठक के माध्यम से पीएम मोदी को बिहार में जातीय सर्वे का प्रस्ताव दिया गया था। उस वक्त भी एनडीए की सरकार थी।
साथ ही एनडीए ने नेतृत्व भी किया था। जून 2022 में दोनों सदनों में प्रस्ताव पारित हुआ था कि बिहार में जातीय सर्वे होगा।
यह सर्वविदित है तो ऐसे में तेजस्वी क्या कहते हैं यह बिहार की जनता बखूबी जानती है। अब देश में जातीय जनगणना भी एनडीए ही कराएगा।
एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य में हवाई अड्डों का विकास किया जा रहा है। 15 अगस्त से पहले पताही हवाई अड्डे का विकास का काम शुरू हो जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने मां के नाम एक पौधा भी लगाया।
मुख्यमंत्री ने 1 घंटे सीएम हाउस में चुनाव पर की मंत्रणा
इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में एक घंटे तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर मंत्रणा की। बैठक दिन के साढ़े तीन बजे आरंभ हुई और साढ़े चार बजे तक चली।
बताया गया कि जदयू के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह व जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा इस बैठक में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री की जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बिहार विधानसभा चुनाव को ले जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ यह पहली बैठक थी। बैठक में मुख्य रूप से पार्टी के स्तर पर चुनाव की तैयारियों पर बात की गयी।
कहा गया कि जदयू के पास ऐसे अनगिनत मुद्दे हैं, जिसके साथ वह लोगों के बीच जाएगा। जाति आधारित गणना को ले केंद्र ने जो निर्णय लिया है उसके मूल में भी नीतीश कुमार हैं, यह भी लोगों को बताया जाएगा।
इसके अतिरिक्त विगत 20 वर्षों के शासनकाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो काम हुए हैं, उसकी विस्तार से लोगों के साथ चर्चा की जाएगी।
चुनाव से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ चुनाव में एनडीए के घटक दलों के साथ किस तरह का समन्वय हो, इस पर चर्चा हुई। जदयू ने अपने स्तर से उन सीटों को तय किया, जिन पर चुनाव मैदान में जाने की योजना है।
संभव है कि कुछ वैसी सीटों पर जदयू समझौता कर सकता है, जो उसकी सीटिंग सीट है। उस एवज में उसे नयी सीट मिल सकती है।
जल्द ही जदयू के स्तर पर एनडीए में सीटों के लिए बातचीत करने को दल के किसी वरिष्ठ नेता को अधिकृत किया जा सकता है।
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