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    Bihar Politics: कड़े पहरे में राजद विधायक रीतलाल यादव, भागलपुर जेल में मुलाकात आसान नहीं; ये है मिलने की प्रक्रिया

    Updated: Mon, 05 May 2025 11:55 PM (IST)

    Bihar News In Hindi बिहार के भागलपुर जेल में राजद विधायक रीतलाल यादव से मिलना अब आसान नहीं है। रंगदारी मामले में बंद रीतलाल यादव से मुलाकात के लिए सख्त नियम लागू हैं। रिश्तेदारों को रिश्ते बताने होंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड सत्यापन जरूरी कर दिया है। जानिए मुलाकात की प्रक्रिया और जेल की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। जेल में बंद राजद विधायक रीतलाल यादव से मिलना आसान नहीं होगा। कड़े पहरे में रखे गए विधायक से मिलने के लिए मुलाकातियों को उनसे अपने संबंध उजागर करने होंगे।

    साथ ही एक सप्ताह पहले रजिस्ट्रेशन कराने पर मिलने की बारी आएगी। बिल्डर से रंगदारी मांगने के आरोप में बंदी पटना के बेऊर जेल से भागलपुर की विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट किए गए राजद विधायक रीतलाल यादव से मुलाकात के लिए जेल प्रशासन ने सख्त नियम बनाए हैं।

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    विशेष केंद्रीय कारा प्रशासन, भागलपुर के अनुसार विधायक रीतलाल यादव से जेल में मुलाकात करने आने वालों को उनसे अपने रिश्ते बताने होंगे।

    मुलाकातियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आधार कार्ड का सत्यापन भी कराना होगा। फिर एक सप्ताह बाद उनकी मुलाकात हो सकेगी।

    मुलाकात करने जेल पहुंचने वालों को सख्त सुरक्षा तलाशी से भी गुजरना होगा। रीतलाल संग सभी मुलाकात सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराई जाएगी।

    इधर, जेल अधीक्षक राजीव कुमार झा ने कहा कि सुरक्षा कारणों से कई कदम उठाए गए हैं। वे इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते।

    उन्होंने कहा कि यहां की सुरक्षा बेहद सख्त है। सभी बंदियों के मुलाकातियों को मुलाकाती नियम की सख्ती से गुजरना ही होगा।

    तीन लेयर में है सेंट्रल जेल की सुरक्षा

    विशेष केंद्रीय कारा के प्रथम खंड हो या तृतीय खंड यहां की सुरक्षा व्यवस्था तीन लेयर में कर दी गई है। यहां के अति सुरक्षित टी-सेल में राजनीतिक बंदी, खूंखार नक्सलियों और आतंकियों को रखा गया है।

    जहां पहुंचने के लिए जेल अधिकारियों को भी जेल रेकार्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है। सीसीटीवी कैमरे की निगहबानी के अलावा कक्षपालों की सुरक्षा, बीएमपी जवानों की सुरक्षा साथ ही मुख्य प्रवेश द्वार पर गहन सुरक्षा जांच की व्यवस्था है।

    इसके अलावा मुलाकातियों के पास नाश्ता, थैला या अन्य सामान को स्कैनर से गुजारना जरूरी कर दिया गया है। जेल में हैंड मेटल डिटेक्टर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर के साथ आंतरिक सुरक्षा कारा कर्मियों के जिम्मे रखा गया है।

    रंगदारी मांगने पर जेल में बंद हैं विधायक

    राजद विधायक रीतलाल यादव पर एक बिल्डर से रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज है। इस मामले में जब पटना पुलिस ने विधायक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की तो रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को व्यवहार न्यायालय, पटना में आत्मसमर्पण कर दिया था।

    न्यायालय ने तब विधायक को न्यायिक हिरासत में लेकर आदर्श केंद्रीय कारा-बेऊर जेल भेज दिया। हालांकि, बेऊर जेल में रीतलाल यादव के रहने से विधि-व्यवस्था, लोक-व्यवस्था और शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनने लगी।

    जिसके बाद पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी की अनुशंसा पर जेल आइजी प्रणव कुमार ने छह माह के प्रशासनिक आदेश पर उन्हें एक मई 2025 को भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।

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