मुजफ्फरपुर के SKMCH विश्राम सदन में मुंबई के ट्रस्ट को कैंटीन का ठेका, जीविका दीदी वंचित
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच विश्राम सदन में जीविका दीदी के बजाय मुंबई के ट्रस्ट को कैंटीन का एकरारनामा दिया गया है। ट्रस्ट मरीजों के परिजनों को सुविधा नह ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। राज्यपाल के संयुक्त सचिव के आदेश के बाद भी एसकेएमसीएच के विश्राम सदन में जीविका दीदी को कैंटीन नहीं मिल सकी। इसका एकरारनामा मुंबई के श्री गाडगे महाराज मिशन धर्मशाला ट्रस्ट को किया गया है। ट्रस्ट एकरारनामा के अनुरूप मरीज के स्वजन को सुविधा नहीं दे रहा।
सरकार के निर्देश पर स्वच्छता व मेन्यू का पालन नहीं कर रहा। मरीज के स्वजन को शुद्ध, स्वादिष्ट, पौष्टिक व गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध नहीं करा रहा है। इससे विश्राम सदन में रोज हंगामा हो रहा है।
गुरुवार को मरीज के स्वजन ने रोटी व सब्जी नहीं मिलने पर हंगामा किया। सुरक्षाकर्मी व अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। स्वजन ने बताया भोजन की समस्या रोज की है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। धमकी दी जाती कि जिससे कहना है कहो कुछ नहीं होगा।
मालूम हो कि एसकेएमसीएच में सितंबर में तत्कालीन आयुक्त राजकुमार ने विश्राम सदन का उद्घाटन किया था। इस दौरान सौ रुपये में प्रतिदिन बेड देने की घोषणा हुई थी। उसी दौरान श्री गाडगे महाराज मिशन धर्मशाला ट्रस्ट की ओर से विश्राम सदन में आए लोगों को निशुल्क भोजन व नाश्ते के प्रबंध की जानकारी दी थी।
इस पर तत्कालीन आयुक्त के निर्देश पर ट्रस्ट को भोजन की व्यवस्था का आदेश एसकेएमसीएच प्रशासन ने दे दिया। हालांकि राज्यपाल के संयुक्त सचिव ने अस्पताल में जीविका की ही रसोई, कैंटीन व दीनदयाल अन्योदय योजना संचालित करने का आदेश लागू करने को कहा था। प्राचार्य सह अधीक्षक डा.आभा रानी सिन्हा ने बताया शिकायत मिलने पर हिदायत दी गई है। आयुक्त से मामले को लेकर दिशा-निर्देश लिया जाएगा।

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