Muzaffarpur: बूढ़ी गंडक के किनारे 732 करोड़ से होगा रिवर फ्रंट का विकास, शहर में नया एलिवेटेड रोड भी बनेगा
मुजफ्फरपुर के उत्तरी भाग से होकर बहने वाली बूढ़ी गंडक नदी (Muzaffarpur Gandak River) के किनारे 732 करोड़ की लागत से रिवर फ्रंट का विकास होगा। इसके साथ ही दादर कोल्हुआ घाट से बीएमपी -छह तक आठ किमी में एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा। इस प्रोजेक्ट से जिले की सांस्कृतिक सामाजिक आर्थिक पर्यटन व्यापार एवं धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। शहर के उत्तरी भाग से होकर बहने वाली बूढ़ी गंडक नदी के किनारे 732 करोड़ की लागत से रिवर फ्रंट का विकास होगा। इसके साथ ही दादर कोल्हुआ घाट से बीएमपी -छह तक आठ किमी में एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा।
नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने रिवर फ्रंट का प्रस्ताव तैयार कर गुरुवार को नगर विकास एवं आवास विभाग को भेज दिया। नगर विकास विभाग इसे केंद्र सरकार को भेजेगा। केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद योजना को धरातल पर उतारने का काम शुरू होगा।
इस तरह दिखेगा रिवर फ्रंट। सौ. नगर निगम
क्या-क्या सुविधा मिलेगी?
सरकार को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार रिवर फ्रंट के साथ पैदल मार्ग, गंगा आरती घाट, जेटी निर्माण, योग टेंट सिटी, कारीगर हाट, स्थानीय उपज के लिए खुदरा आउटलेट, रेस्तरां, साइकिलिंग ट्रैक, पार्क, पिकनिक स्पॉट, पौधारोपण, पार्क रीवर, पेट्रेाल पंप, इलेक्ट्रॉनिक चार्जिग स्टेशन, कैंपिंग ग्राउंड, फिशिंग डेक, वॉटर स्पोर्ट्स की सुविधा होगी। इसके अलावा, बायो टॉयलेट एवं पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पर्यावरण का रखा जाएगा ध्यान
नगर आयुक्त ने कहा कि रिवर फ्रंट के विकास के दौरान पर्यावरणीय स्थिरता का ध्यान रखा जाएगा। नदी किनारे की प्राकृतिक सौंदर्यता को बनाए रखने और बढ़ाने, नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने, जैव विविधता को बढ़ावा देने और अपशिष्ट प्रबंधन और संसाधनों की खपत सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जमीन पर उतारने के बाद यह योजना जिले की सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, पर्यटन, व्यापार एवं धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगी।
2024 में पारित हुआ था प्रस्ताव
बताते चलें कि सितंबर 2024 में नगर निगम ने रिवर फ्रंट एवं एलिवेटेड रोड के निर्माण का प्रस्ताव पारित किया था। योजना तैयार करने के लिए अभियंताओं की टीम बनाई थी। इसी साल जनवरी के पहले सप्ताह में स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. राज भूषण चौधरी ने योजना पर अपनी सहमति प्रदान करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार से स्वीकृति प्रदान कराएंगे।
रिवर फ्रंट के विकास का प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेज दिया गया है। यह जिले की सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, पर्यटन, व्यापार एवं धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। - विक्रम विरकर, नगर आयुक्त
रिवर फ्रंट का विकास ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसे जमीन पर उतारने के लिए हर संभव प्रयास करूंगी। नगर आयुक्त ने मात्र तीन माह में प्रस्ताव तैयार कर सराहनीय काम किया है। - निर्मला देवी, महापौर
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