Indian Railways: अब ट्रेन में मिलेगा क्वालिटी फूड, रेलवे ने यात्रियों के लिए उठाया बड़ा कदम
ट्रेनों के पेंट्रीकार में चेकिंग स्टाफ तैनात किए गए हैं। यह कदम भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। चेकिंग स्टाफ भोजन की तैयारी मूल्य निर्धारण और सीट आवंटन पर नजर रखेगा। अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं जिसका उद्देश्य यात्रियों को बेहतर और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराना है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। ट्रेनों के पेंट्रीकार में चेकिंग स्टाफ की निगरानी होगी। इसका मतलब है कि अब पेंट्रीकार में भोजन की तैयारी, गुणवत्ता और यात्रियों को परोसे जाने वाले भोजन की कीमतों की निगरानी समेत सीट बेचने तक की निगरानी के लिए एक विशेष चेकिंग स्टाफ होगा।
विशेष चेकिंग स्टाफ की निगरानी होने से अब ट्रेनों के पेंट्रीकार संचालकों की मनमानी पर पूरी तरह से शिकंजा कस जाएगा।
गौरतलब है कि पेंट्रीकार में सीट बेचने से लेकर खान-पान की गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। विभिन्न इंटरनेट मीडिया से मिलने वाली शिकायतों के बाद यह फैसला लिया है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग, संजय मनोचा ने सभी रेलवे जोनल के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक को पत्र भेजा था।
इसके आलोक में पूर्व मध्य रेल के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ने सोनपुर, समस्तीपुर समेत पांचों रेलमंडलों के मंडल प्रबंधक और सीनियर डीसीएम को व्यवस्था लागू करने को कहा था। अब सोनपुर और समस्तीपुर से चलने वाली अधिकतर ट्रेनों में चेकिंग स्टाफ लगा दिया गया है।
पेंट्रीकार से संबंधित किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत आने पर अब चेकिंग स्टाफ से भी पूछताछ की होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी चेकिंग स्टाफ की होगी। चेकिंग स्टाफ पेंट्रीकार की ही नहीं ओबीएचएस स्टाफ के साथ अन्य चीजों पर नजर रखेंगे और उसकी प्रतिदिन आनलाइन रिपोर्ट करेंगे। यह व्यवस्था लागू हो गई है।
नियमित रूप से होगा निरीक्षण:
पेंट्रीकार में चेकिंग स्टाफ लगाने का उद्देश्य ट्रेनों में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करना है। बेहतर गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराना भी है। रेलवे बोर्ड के आदेश पर पेंट्रीकार में अब नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित हो सके कि भोजन साफ-सुथरे तरीके से बनाया जा रहा है।
गुणवत्ता मानकों का पालन किया जा रहा या नहीं। यात्री से अगर गंभीर शिकायत मिली तो भोजन के सैंपल को जांच के लिए लैब में भी भेजा जाएगा। यदि किसी पेंट्रीकार में कोई अनियमितता पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोनपुर रेलमंडल के सीनियर डीसीएम रोशन कुमार ने कहा कि रेलवे बोर्ड का यह प्रयास काफी सराहनीय है। यात्रियों की सुरक्षित और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेलवे बोर्ड का यह भी आदेश
- ट्रेन अधीक्षक (टीएस) उसी ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात टीटीई, कोच अटेंडेंट, सुविधा कर्मचारियों जैसे बिजली, सीएंडडब्ल्यू, खानपान प्रबंधक और खानपान कर्मचारियों का समग्र प्रभारी होगा और उनके काम की निगरानी करेगा।
- हाल ही में, ओखला तुगलकाबाद स्टेशनों के बीच ट्रेन संख्या 12280 में आग लगने की घटना पर एक समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में सिफारिश की है कि टीटीई कर्मचारियों को ओबीएचएस और पेंट्रीकार कर्मचारियों के पहचान पत्र के अनुसार उचित यात्रा प्राधिकरण सुनिश्चित करना चाहिए।
- ट्रेनों में यात्रा करने वाले ओबीएचएस, कैटरिंग स्टाफ, एसी अटेंडेंट और अन्य कर्मचारियों के पहचान पत्र और यात्रा प्राधिकरण की जांच करेंगे। यदि संबंधित कर्मचारी द्वारा वैध यात्रा प्राधिकरण प्रस्तुत नहीं करता है, तो रेलवे अधिनियम के प्रविधानों के अनुसार उचित कार्रवाई करेंगे।
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