दरभंगा के बाद मुजफ्फरपुर और रक्सौल एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू होने की बढ़ी संभावना, विकास को लगेंगे पंख
दरभंगा के बाद अब मुजफ्फरपुर और रक्सौल से भी हवाई सेवा शुरू होने की संभावना बढ़ गई है। इससे उत्तर बिहार के विकास को पंख लगेंगे। मुजफ्फरपुर में औद्योगिक क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है और विमान सेवा शुरू होने से बड़ी कंपनियां निवेश के लिए प्रोत्साहित होंगी। रक्सौल के नेपाल सीमा से सटे होने से अंतरराष्ट्रीय व्यापार को गति मिलेगी।
प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। देश के आम बजट में कभी दियासलाई, बिस्किट, सिगरेट आदि पर बात होती थी। वह दौर पीछे छूट गया। अब बातें एयरपोर्ट, वंदे भारत, आइफोन, एक्सप्रेस-वे की होती हैं। आम बजट 2025-26 में देश के 120 शहरों को उड़ान योजना से जोड़ने की बात कही गई है। इनमें से बिहार में तीन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का सोनपुर, राजगीर और बक्सर में निर्माण होगा।
साथ ही, पूर्व से उड़ान योजना में शामिल एयरपोर्ट का विस्तार होगा। इससे उत्तर बिहार के रक्सौल और मुजफ्फरपुर से हवाई सेवा की शुरुआत होने की संभावना जगी है। दरभंगा में विमान सेवा चालू है। उत्तर बिहार के सबसे बड़े व्यावसायिक शहर मुजफ्फरपुर में औद्योगिक क्षेत्र का हाल के वर्षों में तेजी से विकास हुआ है। बेला के अलावा एक हजार एकड़ में मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार हो चुका है।
इसके बाद अब इससे सटे पारू में भी सात सौ एकड़ का औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहा है। ऐसे में विमान सेवा शुरू होने से सात एनएच से जुड़े इस शहर का विकास और तेजी से होगा। बड़ी कंपनियां निवेश से पहले शहर से हवाई सेवा के विकल्प को भी ध्यान में रखती है।
फूड पार्क, लेदर क्लस्टर, सीमेंट फैक्ट्री, टेक्सटाइल पार्क आदि के लिए बड़ी कंपनियां निवेश के लिए तैयार है। सीधी विमान सेवा होने से बड़ी कंपनियां बड़ी राशि निवेश करेंगी। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे।
रक्सौल के प्रति सरकार का सकारात्मक रुख
- चंपारण के रक्सौल में वर्षों से विमान सेवा की मांग है। इसे चालू कराने को लेकर केंद्र सरकार का सकारात्मक रुख है।
- बेतिया के चनपटिया में स्टार्टअप ने देश के निवेशकों का ध्यान खींचा है। टेक्सटाइल के क्षेत्र में यहां काफी संभावानाएं हैं।
- सूक्ष्म उद्यमों के लिए ऋण गारंटी कवर को पांच करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये कर दिया है। इससे इस क्षेत्र में स्टार्टअप को विस्तार मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार को मिलेगी गति
रक्सौल के नेपाल सीमा से सटे होने से अंतरराष्ट्रीय व्यापार को गति मिलेगी। बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 50 नए पर्यटन स्थल विकसित किए जाने की बात है। इसमें उत्तर बिहार के कई स्थल हैं। मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर, चामुंडा स्थान और खगेश्वरनाथ मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय हो चुका है।
बौद्ध केसरिया स्तूप
पूर्वी चंपारण का बौद्ध केसरिया स्तूप अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। उत्तर बिहार के शिव मंदिरों को पर्यटक स्थल बनाया जाना है। इसमें मुजफ्फरपुर स्थित औराई प्रखंड अंतर्गत भैरव स्थान मंदिर, वैशाली स्थित हरिहरनाथ मंदिर, पूर्वी चंपारण अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ महादेव मंदिर, दरभंगा स्थित कुशेश्वर स्थान शिव मंदिर, मधुबनी राजनगर स्थित एकादश रूद्र मंदिर, रहिका स्थित कपिलेश्वर स्थान और मदनेश्वर स्थान पमुख है।इसे शिव सर्किट से जोड़ा जाना है।
पर्यटकों को मिलेगी राहत
क्षेत्र में तीन-तीन एयरपोर्ट चालू होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए भी सुगम होगा। उत्तर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया कहते हैं, क्षेत्र के विकास में एयरपोर्ट अब मुख्य आधारभूत संरचना होगा। मुजफ्फरपुर कपड़े का सबसे बड़ा बाजार है, मगर यहां टेक्सटाइल का निर्माण नहीं होता। यह इसलिए कि बड़े निवेशक हवाई सेवा तलाशते। इसके अलावा अन्य व्यापार के लिए भी एयरपोर्ट जरूरी है। रक्सौल से सेवा शुरू होने से नेपाल के साथ व्यापार बढ़ेगा।
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