Updated: Thu, 20 Feb 2025 03:45 PM (IST)
बिहार में अनोखा ठगी का मामला सामने आया है। मोबाइल का वाई फाई टावर लगाने के नाम पर करोड़ों रुपये अकाउंट से खाली कर दिए गए। गायघाट मुशहरी बंदरा समेत कई इलाकों के एक दर्जन से अधिक लोग पुलिस आफिस पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित का आरोप है कि कंपनी के अधिकारियों ने उनसे डेढ़ लाख रुपये लेकर एग्रीमेंट बनाया और फिर रुपये देना बंद कर दिया।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News: मोबाइल का वाई फाई टावर लगाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इसको लेकर गायघाट, मुशहरी, बंदरा समेत कई इलाकों के एक दर्जन से अधिक लोग बुधवार को शिकायत लेकर पुलिस आफिस पहुंचे। पीड़ित का आरोप है कि सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही इलाके में वाई फाई टावर लगाने वाली कंपनी का कार्यालय था।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसमें मिठनपुरा इलाके के डायरेक्टर समेत अन्य कार्यरत थे। कंपनी के अधिकारियों ने सभी लोगों से डेढ़ लाख रुपये लेकर एग्रीमेंट बनाया। इसके बाद टावर लगने के बाद आठ हजार रुपये प्रत्येक महीने देने की बात कहा। टावर लगाने के बाद दो-तीन महीनों तक रुपये दिया।
जानिए क्या है पूरा मामला
इसके बाद रुपये देना बंद कर दिया। साथ ही एग्रीमेंट में लिए गए रुपये भी वापस नहीं किया गया। पीड़ित का कहना है कि मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों के करीब दो सौ से अधिक लोगों से ठगी किया गया है। इस तरह से करोड़ाें में ठगी की गई है। विभिन्न इलाकों के लोग पिछले दिनों जब गोबरसही स्थित कंपनी के उक्त कार्यालय पर पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला।
इसके बाद सभी निराश होकर लौट गए। तब उनलोगों को लगा कि उनके साथ ठगी किया गया है। इसके बाद विभिन्न इलाकों के करीब एक दर्जन लोग वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलकर शिकायत करने को पहुंचे।
हालांकि, बैठक में होने के कारण वरीय पुलिस अधिकारियों से उनकी भेंट नहीं हो सकी। इसके बाद वे लोग लौट गए। पीड़ितों ने कहा कि गुरुवार को फिर शिकायत लेकर वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलेंगे।
पटना में सेल्स मैनेजर बनकर ठेकेदार से की 16 लाख की ठगी
वहीं एक अन्य घटना में साइबर ठगों ने सेल्स मैनेजर बनकर छड़ भेजने के नाम पर एक ठेकेदार से 16 लाख रुपये की ठगी कर ली है। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है। पीड़ित रामकृष्णा नगर के रहने वाले हैं। वह गूगल पर सर्च कर छड़ कंपनी के सेल्स मैनेजर का नंबर तलाश रहे थे।
उन्हें एक मोबाइल नंबर मिला, जिसे एरिया सेल्स मैनेजर का बताया गया था। उस मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर ठगों ने उन्हें भरोसा दिलाया, फिर उनसे 16 लाख रुपये अलग अलग खाते में मंगाया। पैसा जमा करने के बाद भी छड़ नहीं पहुंची तब उन्हें संदेह हुआ और मामला साइबर थाने तक पहुंचा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।