Muzaffarpur News: राष्ट्रपति पर टिप्पणी मामले में बढ़ी सोनिया गांधी की मश्किलें, मुजफ्फरपुर कोर्ट में शिकायत दर्ज
31 जनवरी को बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं। यही नहीं उन्होंने राष्ट्रपति को पुअर लेडी कहा। वहीं राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया था। इस मामले में शनिवार को मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया है। 10 फरवरी को इस मामले की सुनवाई होगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी व सांसद प्रियंका गांधी के विरुद्ध मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) राजकपूर के कोर्ट में शनिवार को परिवाद दाखिल किया गया है।
यह परिवाद भारतीय सार्थक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सदर थाना के लहलादपुर पताही गांव के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दाखिल किया है।
इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रति कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने का सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर आरोप लगाया गया है। कोर्ट ने परिवाद को सुनवाई पर रखा है। इसके लिए 10 फरवरी को सुनवाई की तिथि तय की गई है।
सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी का नाम
परिवाद में अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कहा है कि 31 जनवरी को बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के बाद तीनों आरोपित एक साथ संसद भवन से निकल रहे थे।
जब मीडियाकर्मियों ने सोनिया गांधी से राष्ट्रपति के अभिभाषण के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया। इस बीच सभी आरोपित आपस में बातचीत करते नजर आए और कहने लगे कि सब झूठे वादे हैं।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने की टिप्पणी
- बजट सत्र से पहले दिन संसद में राष्ट्रपति के संयुक्त संबोधन के बाद सदन के बाहर पत्रकारों ने सोनिया गांधी से राष्ट्रपति के संबोधन के बारे में पूछा।
- इस पर कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक गईं थीं। यही नहीं सोनिया गांधी ने अपने बयान में राष्ट्रपति को 'पुअर लेडी' भी कहा।
- वहीं, सांसद राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर एक शब्द में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अभिभाषण को बोरिंग बताया।
- राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद उन पर कई दलों के नेताओं ने आदिवासी पृष्ठभूमि की राष्ट्रपति के अपमान का आरोप लगाया है।
मुजफ्फरपुर के वकील सुधीर ओझा ने कहा है कि एक फरवरी को समाचार पत्रों में इस संबंध में खबर पढ़ी। इससे अपने आप को बहुत अपमानित महसूस किया।
एक साजिश व षडयंत्र के तहत देश के राष्ट्रपति को अपमानित करने के उद्देश्य से इस तरह का वक्तव्य दिया गया है। इससे सिर्फ न सिर्फ राष्ट्रपति, बल्कि पूरे देश का अपमान किया गया है।
राष्ट्रपति भवन ने जारी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेताओं के बयान के बाद इस पूरे मामले में राष्ट्रपति भवन की ओर से बयान जारी किया गया। इस बयान में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया गया। साथ ही इस बयान के लिए बिना नाम लिए सोनिया गांधी की निंदा भी की गई।
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