बिहार के वीटीआर की सैर होगी रोमांचकारी, वाच टावर से देख सकेंगे पहाड़ और नेपाल के गांव-बाजार
बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटक नेपाल के पहाड़ को देख सकेंगे। पर्यटकों को वीटीआर के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने के लिए ई-रिक्शा के और जंगल की सैर कराने के लिए बस सेवा शुरू की गई है।
जासं, बेतिया (पश्चिम चंपारण) : वीटीआर (वाल्मीकि टाइगर रिजर्व) में पर्यटन के विकास के लिए लगातार काम हो रहा है। अब वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटक नेपाल के पहाड़ को देख सकेंगे। इसके लिए वर्ष 1964 में बने वाच टावर का रंग-रोगन किया गया है। इसके अलावा पर्यटकों को वीटीआर के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने के लिए ई-रिक्शा के और जंगल की सैर कराने के लिए बस सेवा शुरू की गई है। वाल्मीकिनगर में वाच टावर का निर्माण वर्ष 1964 में गंडक बराज के एलाइनमेंट को देखने के लिए कराया गया था। इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। अब इसे जल्द ही पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इस पर चढ़कर पर्यटक पहाड़ के अलावा नेपाली गांव-बाजार सहित वीटीआर के जंगल और गंडक नदी को आसानी से देख सकेंगे। आनेवाले समय में यहां दो टेलीस्कोप भी लगाए जाएंगे।
वाल्मीकिनगर व मंगुराहां के लिए टूरिस्ट बसें
वीटीआर के धार्मिक स्थलों के भ्रमण के लिए छह ई-रिक्शा को शामिल किया गया है। इसकी मदद से जटाशंकर मंदिर, नरदेवी, काली मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया जा सकता है। इसका प्रति व्यक्ति किराया 50 रुपये है। इसके अलावा वाल्मीकिनगर व मंगुराहां के लिए टूरिस्ट बसों की सेवा शुरू की गई है। वीटीआर मुख्यालय से सुबह आठ बजे खुलने वाली ये बसें पर्यटन यात्रा सफल बना रही हैं। कोई भी पर्यटक महज 1200 रुपये के टूर पैकेज की आनलाइन बुकिंग कर 12 घंटे के पर्यटन यात्रा का आनंद ले सकता है। 16 सीटर बस के लिए कम से कम आठ सीटों की बुकिंग आवश्यक है। यदि उतनी संख्या में बुकिंग नहीं हुई तो उस दिन की सेवा स्वत: कैंसिल हो जाती है। वीटीआर की वेबसाइट के जरिए इसकी बुकिंग कराई जा सकती है। बता दें कि पर्यटकों के लिए पटना से मंगुराहां एवं वाल्मीकिनगर के लिए दो व तीन दिवसीय पर्यटन पैकेज इस वर्ष के पर्यटन सत्र से जारी किया गया है। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक एचके राय ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया जा रहा है।