लखनऊ बैंक लूटकांड में बड़ा खुलासा, जेल से निकलते ही सोबिंद ने वारदात को दिया था अंजाम; भाई ने बताई पूरी कहानी
लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़ने वाले सात बदमाशों में से चार मुंगेर जिले के थे। इनमें से दो आरोपित सोबिंद कुमार और सन्नी दयाल जो पुरुषोत्तमपुर और अमैया के रहने वाले थे। उनका एनकाउंटर हो गया है। इसके अलावा अरविंद बिंद को पैर में गोली लगी है और कैलाश बिंद यूपी पुलिस की गिरफ्त में है।

मनोज कुमार, असरगंज (मुंगेर)। लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़ने वाले सात बदमाश में से चार मुंगेर जिले के थे। मुंगेर के दो आरोपितों सोबिंद कुमार और सन्नी दयाल का एनकाउंटर हो गया है।
सोबिंद कुमार असरगंज थाना क्षेत्र के चौरगांव पंचायत स्थित पुरुषोत्तमपुर और सन्नी कुमार असरगंज थाना क्षेत्र के अमैया का रहने वाला था। मुंगेर के एक अन्य बदमाश अरविंद बिंद को पैर में गोली लगी है। मुंगेर के खड़गपुर प्रखंड स्थित वरुई निवासी कैलाश बिंद यूपी पुलिस की गिरफ्त में है।
एनकाउंटर में मारे गए सोबिंद व सन्नी पर मुंगेर जिले के किसी भी थाने में कोई केस नहीं है। दोनों ने ग्रामीणों को बताया था कि वे दिल्ली या पंजाब की किसी कंपनी में काम करते हैं।
काउंटर की खबर मिलते ही घर में कोहराम मचा हुआ है। परिवार वाले रो-रो कर बेहाल है। सोबिंद कुमार के भाई कीर्ति बिंद ने बताया कि घटना के चार दिन पहले ही उसका भाई पंजाब के अंबाला जेल से बाहर आया था।
अंबाला के एक को-आपरेटिव बैंक में सितंबर 2023 में 10 करोड़ की चोरी हुई थी। इस चोरी में चौरगांव के देवानंद बिंद पकड़ा गया था। उसने ही सोबिंद को फंसाया था। अक्टूबर 2023 में जेल में बंद था।
अंबाला जेल से निकलने के बाद आया था फोन
- घटना से पहले अंबाला जेल से निकलने के बाद सोबिंद ने घर पर फोन किया था कि उसका दिल्ली के कोर्ट में प्रेम प्रसंग मामले में दर्ज केस में गवाही है। गवाही देकर वह असरगंज आएगा। इस बीच उसके काउंटर की खबर आ गई।
- मां जाया देवी और पिता रामानंद बिंद ने बताया कि उसका बेटा दिल्ली-पंजाब में काम करता था। डेढ़ वर्ष से घर नहीं आया था।
- सोबिंद की शादी खड़गपुर के फसियाबाद निवासी रंजना कुमारी से हुई थी। तीन वर्ष का बेटा रुस्तम है। भाई ने बताया कि 2019 में अमैया गांव में एसबीआइ का ग्राहक केंद्र चलाता था।
- अमैया गांव में एक लड़की से प्रेम प्रसंग किया था उसके बाद से वह दिल्ली चला गया। असरगंज थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र राय ने बताया कि दोनों व्यक्ति का कोई इतिहास नहीं है।

छठ में घर आया था सन्नी दयाल
यूपी पुलिस की गोली का शिकार बने असरगंज थाना क्षेत्र के6 अमैया निवासी सन्नी दयाल एक माह पहले नवंबर में घर आया था।
उसके पिता नंदलाल बिंद की मौत 15 वर्ष पहले हो गई है। सन्नी पांच भाइयों दूसरे नंबर पर था। छोटा भाई गिरधारी और एक गांव पर रहता है।
सन्नी सहित अन्य सभी भाई दिल्ली, हरियाणा व पंजाब में काम करता है। 2013 में सन्नी की शादी हुई थी। एक नौ वर्ष की बेटी और एक बेटा है। मां मीरा देवी ने बताया कि वह दिल्ली में काम करता था। कैसे गलत संगत में पड़ गया यह पता नहीं है।
पत्नी किरण देवी ने बताया कि उसका किसी के साथ संबंध नहीं था। लाकर घटना में शामिल चार लोग मुंगेर जिले के हैं ऐसे में बाहर में ही सभी की दोस्ती हुई होगी।
गांव वालों ने बताया कि सन्नी जब भी गांव आता था तो यह नहीं पता चलता था कि उसका किसी के साथ गलत संगत है। पत्नी ने बताया कि बैंक चोरी की घटना से दो दिन पहले फोन किया था कि दिल्ली में ठेका मिला है वही काम कर रहे हैं।


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