Bihar News: बिहार के 2 जिलों का फ्यूचर बदल देगा ये पुल, CM नीतीश कुमार भी दे चुके मंजूरी
हेमजापुर में पुल निर्माण को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी जिसे अब मंजूरी मिल गई है। इससे मुंगेर और लखीसराय के किसानों को लाभ होगा। सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की पहल से यह पुल बन रहा है जिससे 70-80 हजार बीघे में सब्जी की खेती करने वाले किसानों को सुविधा होगी। गंगा नदी पार कर दियारा जाने वाले किसानों के लिए यह पुल जीवन रेखा साबित होगी।

त्रिभुवन चौधरी, हेमजापुर (मुंगेर)। जिला मुख्यालय से 21 किलोमीटर पश्चिम छोर पर बसे मुंगेर की उपजाऊ जमीन पर हजारों किसान खेती कर आत्मनिर्भरता की गाथा लिख रहे हैं। लखीसराय के वंशीपुर, अमरपुर, ताजपुर, देवघड़ा, भीड़हा गांव के किसान कई तरह की सब्जियां और फसलों का उत्पादन कर जीविकोपार्जन कर रहे हैं।
यहां स्पष्ट कहा जाए तो मुंगेर जिले के गंगा द्वारा का एक बड़ा भूभाग मुंगेर जिले के सदर प्रखंड के अधीन पड़ता है।
सदर प्रखंड के अलावा जमालपुर प्रखंड और धरहरा प्रखंड के एनएच पर बसे छह से अधिक पंचायतों के गंगा नदी के उस पार वाला दियारा इलाका सदर प्रखंड क्षेत्र के अधीन पड़ता है। इस दियारा क्षेत्र में बसने वाले लोग मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत आते हैं।
सीएम ने प्रगति यात्रा में दी निर्माण को मंजूरी
विगत छह फरवरी को सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान मुंगेर के कुतलुपुर पंचायत के परोरा टोला से एनएच 80 तक आवागमन की राह को आसान बनाने को यहां करोड़ों की लागत से बनने वाले एक ऊपरी पुल को स्वीकृति प्रदान की थी। अब इसके निर्माण को मंजूरी मिल गई है।
हालांकि, निर्माण के लिए सांसद सह केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने सीएम को पत्र लिखा था। वंशीपुर के समीप बजरंगबली मंदिर के सामने से इस पुल का निर्माण होगा।
बकायदा पटना की टीम ने यहां आकर मिट्टी जांच भी की। इससे दो जिलों मुंगेर और लखीसराय की प्रगति की राह आसान होगी। सांसद के प्रयास से पुल का निर्माण होगा। इससे दो जिलों के किसान खुशहाल होंगे।
दियारा क्षेत्र के लोगों को फायदा
एनएच-80 मुंगेर-लखीसराय पथ के दियारा में कुतलुपुर पंचायत के कई गांव बसे हैं। पश्चिम में सूर्यगढ़ा प्रखंड का दियारा क्षेत्र पड़ता है। दक्षिण में मेदनी चौकी बाजार तथा इसके आसपास के इलाके शामिल हैं। इन गांव में बसने वाले लोग भी दैनिक सामग्री की खरीदारी के लिए मेदनी चौकी बाजार ही पहुंचते हैं।
इससे दूर न जाकर पास में ही इन लोगों को जरूरत के सामान भी उपलब्ध हो जा रहे हैं। इसके अलावा अन्य सरकारी कार्यों के लिए इन्हें सदर प्रखंड और पुलिस प्रशासन की सुरक्षा के लिए मुफस्सिल थाना जाना पड़ता है।
इन सब्जियों की पैदावार
सदर प्रखंड क्षेत्र में पड़नेवाले वाले इस दियारा की जमीन पर लगभग पांच तरह की सब्जियों का उत्पादन होता है। सब्जियों में परवल, नेनुआ, कद्दू, कदिमा, खीरा, ककड़ी के साथ-साथ अन्य फसलों में मकई, गेहूं और अजवाइन की भी खेती खूब होती है।
हालांकि, गंगा कटाव के कारण दियारा के भौगोलिक स्थिति में लगातार बदलाव भी होता रहता है। सर्वे में सुधार की आवश्यकता है। किसानों का कहना है कि उन्हें एक नदी पार कर दियारा क्षेत्र में खेती के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में इस नदी पर पुल निर्माण वर्षों से किसानों की मांग रही है।
किसानों में खुशी
परोरा टोला निवासी दुखन महतो ने कहा कि वे लोग बरसों से दियारा क्षेत्र में ही निवास करते आए हैं। चौधरी टोला के मनोज चौधरी ने बताया कि खावा, भिड़हा, मेदनी चौकी, देवघड़ा सहित अन्य इलाकों के बड़े पैमाने पर लोग यहां खेती कर रहे हैं।
दुर्गापुर के युवा आशीष कुमार सिंह ने कहा कि पुल बन जाएगा तो दो जिलों के किसानों को आवागमन में बड़ी राहत मिलेगी। मुंगेर का एक बड़ा दियारा इलाका लखीसराय क्षेत्र में भी पड़ता है।
आपदा के समय लखीसराय के लोग मुंगेर के बाढ़ प्रभावितों की मदद करते हैं। किसानों ने सांसद सह केंद्रीय मंत्री के प्रति आभार जताते हुए मुख्यमंत्री को इसके लिए बधाई दी है।
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