Bihar Rapid Train: 160 की स्पीड से दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन, पटना से डायरेक्ट कनेक्ट होगा ये जिला
बिहार की पहली नमो भारत रैपिड ट्रेन जयनगर से पटना को जोड़ेगी जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। 160 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली यह ट्रेन ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, जयनगर। पूर्व मध्य रेल हाजीपुर जोन के अंतर्गत जयनगर रेलवे स्टेशन से आगामी 24 अप्रैल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बिहार की पहली 'नमो भारत रैपिड ट्रेन' (Namo Bharat Rapid Train) का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा।
160 किलोमीटर प्रति घंटे के स्पीड से चलने वाली नमो भारत रैपिड ट्रेन जयनगर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को राजधानी पटना से सीधा कनेक्टिविटी तो देगी ही, बल्कि यात्रियों को एक सुविधाजनक, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल यात्रा का अनुभव भी प्रदान करेगी।
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नमो भारत ट्रेन की मुख्य सुविधाएं
उच्च गति और कुशल संचालन नमो भारत ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटे से किया जाएगा । इसे भारत की अर्ध-उच्च गति ट्रेन सेवा बनाती है। जो लंबी दूरी को बहुत कम समय में तय कर सकती है।
आरामदायक और सुरक्षित यात्रा अनुभव
इस ट्रेन में यात्रियों के लिए हल्के, गद्देदार सीटें, ऑटोमैटिक दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे, और कवच टक्कर रोधी प्रणाली जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाए उपलब्ध हैं।
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आधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत सुविधाएं
एल्यूमीनियम लगेज रैक, एलसीडी डिस्प्ले सूचना प्रणाली, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, डिफ्यूज एलईडी लाइटिंग, वातानुकूलित कोच है।
आसान आवागमन
सील बंद गैंगवे यात्रियों को एक कोच से दूसरे में सुगमता से आवागमन करने में सहायता करते हैं। जिससे यात्रा और भी सुविधाजनक बनती है।

पर्यावरण के प्रति सजग पहल
यह ट्रेन सड़क यातायात पर दबाव कम करके प्रदूषण और दुर्घटनाओं की संभावना को घटाएगी।जिससे यह एक हरित और टिकाऊ परिवहन समाधान के रूप में उभरती है।
महिलाओं के लिए विशेष कोच
नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम है। नमो भारत ट्रेन में महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा हेतु एक विशेष कोच की व्यवस्था की गई है।
मल्टीमोडल कनेक्टिविटी
यात्री नमो भारत स्टेशन से बस, मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों से सीधे जुड़ सकेंगे। जिससे संपूर्ण यात्रा और भी सहज बनती है।
यह ट्रेन न केवल एक नया ट्रांसपोर्टेशन विकल्प है, बल्कि यह मिथिला और समस्तीपुर क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व और समृद्धि का प्रतीक है। यह ऐतिहासिक कदम राज्य के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक प्रदान करेगी।

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