रात 12 बजे ड्यूटी पर आराम फरमा रहे थे डॉक्टर साहब, गार्ड ने कर दिया मरीज का इलाज
मधवापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर विजय प्रसाद के सोते रहने पर एक सिक्योरिटी गार्ड ने आधी रात को पहुंचे घायल मरीज का इलाज किया। मरीज संतोष महतो आपसी विवाद में घायल हो गया था। इस घटना ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

संवाद सहयोगी, मधवापुर। यूं तो बिहार में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। हमेशा लापरवाही और विभाग की करतूत की तस्वीर सामने आती रहती है। ताजा मामला मधवापुर प्रखंड मुख्यालय स्थित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से आया है।
जब इमरजेंसी में एक मरीज आधी रात को पहुंचा तो ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक आराम फरमा रहे थे और घायल मरीज का सिक्योरिटी गार्ड ने इलाज कर डाला। जिससे बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं। मामला मंगलवार रात्रि करीब 12 बजे का है, जहां चिकित्सक डॉ. विजय प्रसाद का ड्यूटी पर थे, और वे सो रहे थे।
गार्ड ने की मरहम-पट्टी
सिक्योरिटी गार्ड अफरोज ने एक मरीज की मरहम पट्टी की, जबकि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक आराम फरमाते देखे गए। पीड़ित द्वारा बनाए गए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गार्ड अफरोज, जो बिना ड्रेस और बनियान पहने नवटोली निवासी मरीज संतोष महतो को पट्टी लगा रहा है।
ऐसा नहीं पीएचसी में स्टाफ की कमी है, इस वजह से गार्ड मरहम पट्टी कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों के लापरवाही के चलते ऐसे हो रहा है। विभाग द्वारा स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ को लेकर लाख कोशिशों के बावजूद भी उनके कर्मी द्वारा नियमों का धज्जियां उड़ाई जा रही है।
सवालों के कटघरे में स्वास्थ्य विभाग
इस तरह मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ने निश्चित रूप से स्वास्थ्य विभाग को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। जब पीड़ित संतोष महतो के परिजन डॉक्टर के बुलाने की जिद्द करने लगे तो करीब आधे घंटे के बाद ड्यूटी में तैनात डॉ. विजय प्रसाद को बुलाया गया और आते ही डॉक्टर साहब परिजन और मरीज पर झल्ला गए और अनाप शनाप बोलकर पुलिस को बुलाए जाने की धमकी देने लगे।
पीड़ित और उनके परिजनों ने कहा कि चिकित्सक अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पुलिस को बुलाने की धमकी देने लगा। गार्ड के द्वारा मरहम पट्टी किया गया। ज्ञात हो कि पीड़ित संतोष महतो आपसी विवाद में जख्मी हुआ था। जिसका इलाज करवाने वो पहुंचे थे।
बहरहाल, पीड़ित और परिजनों ने इस लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग किया है। इस बाबत सीएचसी प्रभारी डा. कामेश्वर महतो ने बताया कि वर्षों से यहां ड्रेसर व कंपाउंडर का पद रिक्त हैं। कई बार विभाग को लिखा गया है इस मामले की जांच करने की बात कही।
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