BPSC Success Story: चाय बेचने वाले का बेटा बना अफसर, BPSC निकालने के बाद बता दिया अपना अगला टारगेट
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में ईबीसी संवर्ग में सूबे में दूसरा स्थान प्राप्त कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद पर चयनित होने वाले प्रवीण कुमार मंडल की कहानी प्रेरणादायक है। चाय बेचने वाले के बेटे प्रवीण ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। इस लेख में उनके संघर्ष और सफलता की पूरी कहानी जानें।
संवाद सहयोगी, घोघरडीहा। बिहार के मधुबनी जिले में घोघरडीहा के नगर पंचायत वार्ड 11 निवासी हरिनाथ मंडल के पुत्र प्रवीण कुमार मंडल ने बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा में ईबीसी संवर्ग में सूबे में दूसरा स्थान प्राप्त कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद पर चयनित होकर इलाके का नाम रौशन किया है।
प्रवीण ने भोला उच्च विद्यालय डेवढ़ से मैट्रिक की परीक्षा पास की है। वहीं, नुनु बाबू कृपानाथ पाठक महाविद्यालय खोपा से प्रथम श्रेणी के साथ 12th की परीक्षा पास की है।
वहीं, उन्होंने भागलपुर के बिहार एग्रीकल्चर कॉलेज से स्नातक किया है। इसके साथ, प्रवीण पीएचडी में भी अध्यन्नरत हैं। प्रवीण के पिता आनंदनगर में फुटपाथ पर चाय की दुकान चलाते हैं और माता गृहिणी हैं।
माता-पिता अभी भी खेतीबाड़ी से जुड़े हैं। प्रवीण अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा अपने बड़े भाई चौधरी कुमार मंडल और बहनोई वशंत कुमार मंडल को देते हैं। उन्होंने कहा कि आगे यूपीएससी निकालना ही लक्ष्य है।
अपने मेहनत के बल कमलेश व निवेदिता बने कृषि पदाधिकारी
- दूसरी ओर, खजौली प्रखंड के सुक्की ग्राम निवासी भोला सिंह के पुत्र कमलेश कुमार सिंह का भी कृषि पदाधिकारी के पद पर चयन हुआ है।
- कमलेश तीन भाई-बहनों में बड़े हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रामीण परिवेश में ही पूरी की है। वे बचपन से ही मेधावी व लगनशील थे।
- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम कृषि कॉलेज से उन्होने स्नातक की पढ़ाई की है। उनके पिता सुक्की गांव स्थित सायफन चौक पर चाय-नाश्ते की दुकान चलाते हैं। कमलेश की शानदार सफलता से स्वजन काफी गदगद हैं। आसपास के लोग उन्हें बधाई दे रहे है।
नूतन निवेदिता ने भी किया गांव का नाम रौशन
वहीं प्रखंड के स्थानीय हथियाही ग्राम निवासी श्रीप्रसाद गोइत की पुत्रवधू एवं गौतम कुमार गोइत की पत्नी नूतन निवेदिता ने भी बीपीएससी से कृषि पदाधिकारी के रुप में चयनित होकर अपने परिवार व गांव का नाम रौशन किया है।
उनकी शानदार सफलता से स्वजन काफी गदगद हैं। इससे पूर्व निवेदिता कृषि विभाग (आत्मा) में कार्यरत थी। उन्होने स्वाध्याय के बदौलत यह सफलता अर्जित की है।
उनके पति गौतम कुमार गोइत सारण जिला कृषि कार्यालय में जिला क्षेत्रीय समन्वयक के पद पर कार्यरत हैं। निवेदिता बचपन से ही पढ़ाई के प्रति लगनशील थी।
पारिवारिक जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए उन्होंने जो सफलता पाई है, उससे स्वजन काफी आह्लादित हैं। आसपास के लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। निवेदिता अपनी सफलता का श्रेय अपने पति एवं उनके बड़े भाई संतोष गोइत व सुमन गोइत को दे रहे हैं।
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