पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाने वाले CPI नेता को मिली जमानत, कोर्ट ने निजी मुचलके पर छोड़ा
सूर्यगढ़ा में महागठबंधन के कैंडल मार्च में पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाने वाले सीपीआई नेता कैलाश प्रसाद सिंह को लखीसराय न्यायालय से जमानत मिल गई है। निजी मुचलके पर उन्हें रिहा किया गया। भाकपा ने वीडियो एडिट कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है और जाँच की मांग की है। पुलिस वीडियो संपादन मामले की जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, लखीसराय। सूर्यगढ़ा में महागठबंधन के कैंडल मार्च में पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाने वाले भाकपा नेता कैलाश प्रसाद सिंह को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, लखीसराय के न्यायालय से जमानत मिल गई है। निजी मुचकला पर कोर्ट ने उन्हें छोड़ दिया है।
उधर, भाकपा के विश्वरंजन कुमार सिंह ने एसपी को आवेदन देकर शिकायत की है कि भाकपा नेता कैलाश सिंह ने अपनी गलती स्वीकार कर ली, लेकिन एक निजी चैनल ने वीडियो एडिट कर उसे गलत तरीके से प्रसारित कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया।
उन्होंने इस मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। भाकपा के जिला कार्यकारिणी सदस्य रजनीश कुमार का कहना है कि मानवीय भूल को उक्त चैनल ने एडिट कर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी हो कि रविवार को पाकिस्तान के समर्थन में संबंधित वीडियो जब प्रसारित किया गया तो पुलिस भी हरकत में आ गई। एसपी अजय कुमार की निगरानी में प्रसारित वीडियो की तकनीकी टीम द्वारा जांच कराई गई। उसमें वीडियो को एडिट करने की बात प्रमाणित हुई थी।
जांच में यह भी सामने आया कि भाकपा नेता कैलाश सिंह ने एक बार पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाया, लेकिन उन्होंने अपनी गलती को तुंरत सुधार लिया था। पुलिस ने भाकपा नेता कैलाश प्रसाद सिंह के विरुद्ध सूर्यगढ़ा थाना में केस कर रविवार को उन्हें कस्टडी में ले लिया।
भाकपा नेता को रात भर सूर्यगढ़ा थाना में रखा गया। सोमवार को पुलिस ने उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत किया तो निजी मुचकला पर उन्हें छोड़ दिया।
एसपी अजय कुमार ने कहा कि वीडियो एडिट करने के मामले की जांच की जारी रही है। जो भी दोषी होगा, आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सोमवार की शाम जिला कांग्रेस कार्यालय में महागठबंधन की बैठक हुई जिसमें इस मामले में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
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