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    'धर्म परिवर्तन सही नहीं, अपनी संस्कृति और पूर्वजों का करें सम्मान', खगड़िया में श्री श्री रविशंकर ने और क्या कहा

    Spiritual guru Sri Sri Ravishankar द आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर इन दिनों बिहार के दौरे पर हैं। रविवार को खगड़िया के संसारपुर मैदान में आयोजित महासत्संग में उन्होंने लोगों को संबोधित किया। श्री श्री रविशंकर ने एक घंटे के संबोधन में लोगों को आस्था विश्वास आध्यात्म योग और ज्ञान का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि योग करेंगे तभी शरीर दुरुस्त रहेगा।

    By Amit Jha Edited By: Piyush Pandey Updated: Sun, 09 Mar 2025 03:39 PM (IST)
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    खगड़िया के संसारपुर मैदान में महासत्संग के दौरान लोगों का अभिवादन करते श्री श्री रविशंकर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, खगड़िया। द आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर (Spiritual guru Sri Sri Ravishankar ) रविवार को खगड़िया के संसारपुर मैदान में आयोजित महासत्संग में पहुंचे। महासत्संग में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान हर दिल में बसते हैं। आप अच्छे कर्म करते हैं, खुश रहते हैं, तो भगवान भी प्रसन्न रहते हैं।

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    अगर आप बुरे कर्म करते हैं, तो ईश्वर दुखी होते हैं। इसलिए न खुद को दुख दो और न दूसरों को दुखी करो। ईश्वर की कृपा बनी रहेगी। इस मौके पर उन्हें सुनने भारी भीड़ जुटी रही।

    स्वस्थ्य रहने के लिए करें योग

    श्री श्री रविशंकर ने एक घंटे के संबोधन में लोगों को आस्था, विश्वास, आध्यात्म, योग और ज्ञान का पाठ पढ़ाया। उन्होंने लोगों को खुश रहने की कला सिखाई। उन्होंने लोगों से योग करने को कहा। उन्होंने बताया कि योग और ऊं की ध्वनि शरीर में नई उर्जा का संचार करती है। योग करेंगे, तभी शरीर दुरुस्त रहेगा।

    आप ठीक रहेंगे, तभी सब कुछ और सब लोग ठीक लगेंगे। उन्होंने लोगों से गुरु दक्षिणा की मांग करते हुए कहा कि, आपके मन के जो भी दुख हैं, कष्ट, पीड़ा, परेशानी है, निराशा है, वह सब हमें गुरु दक्षिणा में दे दें। उन्होंने कहा, उनके आने का उद्देश्य है, सभी खुश रहें, सभी आनंदित रहें, सभी तरक्की करें।

    कर्म करें, ईश्वर पर विश्वास रखें

    संसारपुर मैदान में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए द आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक ने कहा कि अच्छे कर्म करें, ईश्वर पर विश्वास रखें, खुल कर जीवन जीएं, सब अच्छा होगा।

    उन्होंने धर्म परिवर्तन पर बोलते हुए कहा कि यह सही नहीं है। हमारे पूर्वजों ने जो संस्कार दिए, हमारी जो संस्कृति है और पूर्वजों ने जो रास्ते बनाए, उसे छोड़कर दूसरी में जाना सही नहीं है। अपने पूर्वजों और संस्कृति का सम्मान करो, इसे अपने अंदर जीवित रखो।

    उन्होंने विकास को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज हर तरफ विकास दिखता है। शहरों की तस्वीर बदल रही है। उदाहरण देते हुए गुरुदेव ने कहा कि 17 साल पहले पूर्णिया आए थे। शनिवार को भी पूर्णिया में थे।तबके पूर्णिया और अबके पूर्णिया में काफी अंतर है। काफी विकास हुआ है।

    केंद्र खोलकर लोगों के कौशल का किया जाएगा विकास

    गुरूदेव ने कहा कि आय बढ़ने के साथ लोग आत्मनिर्भर हो रहे हैं। पूर्व के तुलना में अपराध में भी काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि लोग राेजी-रोजगार में आगे बढें, आत्मनिर्भर बनें, इसे ले संस्था की ओर से कौशल विकास को लेकर योजना चलाई जा रही है। केंद्र खोलकर लोगों के कौशल का विकास किया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि इसके लिए इच्छुक लोग स्टाल पर अपना नामांकन करा सकते हैं। उन्होंने मौजूद लोगों को सोमनाथ मंदिर में स्थापित होने वाले शिवलिंग का भी दर्शन कराया।

    इस मौके पर संसारपुर खेल मैदान हर-हर महादेव की गूंज से गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर खगड़िया सांसद राजेश वर्मा, आर्ट ऑफ लिविंग खगड़िया के नागेंद्र सिंह त्यागी आदि माैजूद रहे।

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