Bihar Politics: अब चैन की सांस लेंगे चिराग पासवान, 38 नेताओं के सामूहिक इस्तीफे पर सामने आई सच्चाई
खगड़िया में लोजपा (रामविलास) में इस्तीफे को लेकर विवाद गहरा गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष के इस्तीफे के दावे को पार्टी के अन्य नेताओं ने खारिज किया है। नेताओं ने कहा कि कुछ लोगों ने धोखे से सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर इस्तीफे की अफवाह फैलाई। उन्होंने चिराग पासवान के नेतृत्व में अपनी निष्ठा जताई और पार्टी में एकता का संदेश दिया।

जागरण संवाददाता, खगड़िया। इन दिनों लोजपा (रामविलास) में घमासान मचा हुआ है। बीते दिनों लोजपा (रामविलास) के पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव ने बैठक कर दावा किया था कि उनके समेत पार्टी के 38 नेता-कार्यकर्ताओं ने पार्टी पदों से त्यागपत्र दे दिया है। उसके बाद उन्होंने पुन: कहा कि सभी 38 नेताओं ने पार्टी से भी त्यागपत्र दे दिया है।
इधर, मंगलवार को लोजपा (रा) के जिला कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश सचिव डॉ. पवन जायसवाल, नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव और कुछेक अन्य व्यक्तियों के द्वारा भ्रामक खबर फैलाई गई थी। उन 38 में 28 हमारे साथ हैं और अपनी निष्ठा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के प्रति व्यक्त की है।
एकजुटता का इजहार करते लोजपा (रामविलास) के नेतागण।
डॉ. पवन जायसवाल ने कहा कि हाल ही में यह अफवाह फैलाई गई कि जिलाध्यक्ष बदले जाने के विरोध में 38 पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है, लेकिन आज उन्हीं में से 25 से ज्यादा नेता और पार्टी पदाधिकारी स्वयं पार्टी कार्यालय पहुंचे और फैलाए गए भ्रम को दूर किया।
डॉ. पवन जायसवाल ने कहा कि इनलोगों ने बताया कि उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा कर उसे इस्तीफा बताकर प्रचारित किया गया। यह एक सुनियोजित साजिश थी।
डॉ. पवन जायसवाल ने कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व संगठन को भीतर से कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पार्टी के असली और समर्पित कार्यकर्ता आज भी स्वर्गीय रामविलास पासवान जी की विचारधारा और चिराग पासवान जी के नेतृत्व पर अडिग हैं। प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी द्वारा सभी पार्टी विरोधी तत्वों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
वहीं, नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि आज पार्टी को उन लोगों से मुक्त किया गया है, जो संगठन को अपनी निजी संपत्ति समझ बैठे थे। अब लोजपा (रा) निष्ठावान कार्यकर्ताओं की पार्टी है। हम सबको साथ लेकर संगठन को नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाएंगे।
बुधन पासवान (जिलाध्यक्ष, किसान प्रकोष्ठ) ने कहा कि हमसे धोखे से सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाया गया और उसे इस्तीफा बताकर प्रचारित किया गया। हम चिराग पासवान के सिपाही हैं और पार्टी नहीं छोड़ी है।
मंजय कुशवाहा (जिलाध्यक्ष, पंचायती राज प्रकोष्ठ) ने कहा कि हमें बताया गया था कि प्रदेश नेतृत्व को ज्ञापन देंगे, बाद में उसी हस्ताक्षर को इस्तीफा बता दिया गया।
इस मौके पर श्वेता शबनम (महिला जिलाध्यक्ष) ने कहा कि हमने गांव-गांव जाकर महिलाओं को पार्टी से जोड़ा है। हमारी आस्था चिराग पासवान और खगड़िया सांसद राजेश वर्मा के नेतृत्व में हैं। अविनाश पासवान ने कहा कि कुछ लोगों का स्वार्थ सिद्ध नहीं हुआ, तो हमारे लोकप्रिय सांसद राजेश वर्मा के बारे में अनर्गल प्रचार करने लगे। पूरी पार्टी एकजुट है।
इस मौके पर जिनके बारे में कहा गया कि पार्टी छोड़ दी है, उनमें अनंत कुमार पासवान, अमल किशोर यादव, कामदेव पासवान, श्वेता शबनम, पिंकेश पासवान, शम्मी पासवान, मंजय कुशवाहा, कृष्णा गांधी, रामरतन पासवान, विवेक कुमार, बुद्धन पासवान, धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।