पासवान फैमिली के प्रॉपर्टी विवाद में FIR, RLJP बोली- पारस क्यों बेचैन; चिराग की LJPR का भी आया रिएक्शन
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी के सामान को घर से बाहर निकालने का मामला राजनीतिक विवाद में बदल गया है। राजकुमारी देवी ने पशुपति कुमार पारस उनकी पत्नी और अन्य पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसका सामान घर से बाहर फेंका। यह विवाद लोजपा में विभाजन और पारिवारिक संपत्ति पर जटिल राजनीति को दर्शाता है जिसमें चिराग और पारस के बीच टकराव बढ़ रहा है।

जागरण टीम, अलौली (खगड़िया)। पूर्व केंद्रीय मंत्री (दिवंगत) रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी के सामान को घर के कमरों से बाहर निकाले जाने का मामला राजनीतिक रंग पकड़ता जा रहा है। वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी के आवेदन पर अलौली थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
खगड़िया एसपी राकेश कुमार ने आगे जांच की बात कही है। राजकुमारी देवी ने अलौली थाने में आवेदन देकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पत्नी शोभा देवी, दिवंगत रामचंद्र पासवान की पत्नी सुनैना देवी, इन दोनों के एक बाडीगार्ड अमित पासवान और दो ड्राइवरों को आरोपित किया है।
आरोप लगाया है कि आरोपितों ने उनका सामान घर के कमरों से निकालकर बरामदे पर रख दिया था और कमरों में ताला लगा दिया। बाद में शोभा देवी ने वहां पहुंचकर एक को छोड़कर बाकी कमरों का ताला खोल दिया था। शहरबन्नी स्थित मकान दिवंगत रामविलास पासवान के पिता जामुन दास के नाम पर है।
बासगीत की यह जमीन लगभग तीन कट्ठे में है। घटना के बाद राजकुमारी देवी सदमे में आ गई थीं। घर पर ही उनका उपचार हुआ।
पासवान परिवार में गहराता जा रहा विवाद
इधर, पासवान परिवार (पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान) का विवाद गहराता जा रहा है। जून, 2021 में लोजपा में हुई टूट के बाद अब 2025 में यह विवाद पारिवारिक संपत्ति के ताने-बाने में उलझ रहा है। इसके राजनीतिक एंगल भी हैं।
अलौली (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोजपा सुप्रीमो पशुपति कुमार पारस अपने इकलौते पुत्र यशराज पासवान को विधानसभा चुनाव लड़ाना चाह रहे हैं। यशराज लगातार क्षेत्र में सक्रिय भी हैं। वहीं, लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की इस सीट पर उनके उम्मीदवार के लिए प्रबल दावेदारी है।
सूत्रों के अनुसार, अलौली विधानसभा क्षेत्र से चिराग पासवान अपने पैतृक गांव शहरबन्नी के ही पासवान जाति के एक युवा को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। यह बात पशुपति कुमार पारस को बेचैन कर गई है।
राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल कहते हैं कि पारस जी क्यों बेचैन होंगे! चिराग पासवान किन्हें लड़ाएंगे, यह उनका मामला है। हमारे दल से कौन लड़ेगा, यह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा। राजनीति में दल टूटते हैं, जुटते भी हैं। टूटे हुए दिल नहीं जुड़ते। चिराग ने परिवार का दिल तोड़ा है। चिराग पासवान पशुपति कुमार पारस की लोकप्रियता से घबरा गए हैं और बड़ी मां राजकुमारी देवी का सहारा ले रहे हैं। यह पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र हैं। वे कहते हैं-कैसे दो महिलाएं (शोभा देवी और सुनैना देवी) घर का सारा सामान फेंक देंगी! श्रवण ने मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर प्रेस कांफ्रेंस भी की है।
दूसरी ओर, खगड़िया लोजपा (रामविलास) के जिलाध्यक्ष शिवराज पासवान ने पलटवार करते हुए कहा कि षड्यंत्र पारसजी कर रहे हैं। 2021 में पारसजी ने पहले दल को तोड़ा, अब घर तोड़ रहे हैं।
लोजपा (रामविलास) के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान कहते हैं कि बिहार की जनता पशुपति कुमार पारस को नकार चुकी है। अपनी गलतियों को छुपाने के लिए पारसजी और उनके लोग अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। दिवंगत रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने स्वयं बयान दिया है। इसमें साक्ष्य की क्या आवश्यकता है।
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