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    Bihar Politics: 'अपनी पार्टी के कुछ लोगों की गलती से उधर गए', CM नीतीश का किसकी ओर इशारा? नए बयान ने मचाई खलबली

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के विकास में केंद्र सरकार के सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार में विकास कार्यों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024 में प्रस्तुत बजट में सड़क उद्योग स्वास्थ्य पर्यटन एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए विशेष आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया था।

    By Dina Nath Sahani Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 30 Mar 2025 08:00 PM (IST)
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    बिहार के सीएम नीतीश कुमार। फ़ोटो- पीटीआई

    राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास में भरपूर सहयोगदेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया है।

    उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार के अपने प्रयासों तथा केंद्र के सहयोग से बिहार के विकास कार्यों में और तेजी आएगी। राज्य के हर क्षेत्र में विकास के लिए केंद्र सरकार पूरा सहयोग दे रही है।

    मुख्यमंत्री रविवार को बापू सभागार में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

    उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में वर्तमान केंद्र सरकार के गठन के बाद प्रस्तुत बजट में विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रावधान किया गया।

    पुनः वर्ष 2025 में प्रस्तुत केंद्रीय बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, नये हवाई अड्डों के विकास की घोषणा की गयी है। इससे राज्य का विकास और तेजी से होगा।

    बहुत खुशी की बात है कि हाल में ही केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में बिहार से जुड़े दो बड़े प्रोजेक्ट कोसी-मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट तथा पटना-आरा-सासाराम फोरलेन कॉरिडोर के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।

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    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के बाद बेहतर शिक्षा के लिए बड़ी संख्या में स्कूल खोले गये तथा शिक्षकों की बहाली की गयी।

    स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया गया तथा इसके लिए अस्पतालों में दवा और ईलाज की व्यवस्था की गयी। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण से शुरूआत की गयी।

    वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया जिसे ‘जीविका’ नाम दिया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को जीविका दीदी कहा।

    अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 63 हजार हो गयी है, जिसमें जीविका दीदियों की संख्या एक करोड़ 35 लाख हो गयी है।

    हाल में ही शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू किया गया है, जिससे इनकी संख्या बढ़कर 36 हजार हो गयी है।

    अपनी पार्टी के कुछ लोगों की गलती थी दो बार एनडीए से अलग हुआ

    • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के और तेजी से विकास के लिए लोगों से सहयोग करने काे कहा। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों में अपना सहयोग दें।
    • उन्होंने यह भी कहा कि अपनी पार्टी के कुछ लोगों की गलती से मैं दो बार एनडीए से अलग हो गया था। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया।
    • उन्होंने कहा कि हम शुरू से भाजपा के साथ मिलकर राज्य का विकास कर रहे हैं और आगे भी मिल जुल कर विकास करेंगे।

    लालू-राबड़ी की सरकार ने विकास नहीं, काफी विवाद होता था

    मुख्यमंत्री ने लालू-राबड़ी की सरकार पर तंस कसते हुए कहा कि हमारी सरकार 24 नवंबर 2005 को बनी थी। पहले की सरकार में बिहार का बुरा हाल था। कोई विकास का कार्य

    नहीं किया था। पहले लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। हिंदू-मुस्लिम के बीच काफी विवाद होता था, दोनों में झगड़ा होता था। पढ़ाई का हाल ठीक नहीं था। बहुत कम बच्चे पढ़ते थे, बहुत कम पढ़ाई होती थी।

    पहले इलाज का पूरा इंतजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थी और जो थी उनका बुरा हाल था। बिजली बहुत कम जगहों पर थी।

    उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हम लगातार विकास के काम में लगे हुए हैं। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की गयी। पहले आठ हजार से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबंदी की गयी।

    बाद में 1273 कब्रिस्तानों को और चिन्हित किया गया, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबन्दी पूर्ण है। शेष भी जल्द पूरा हो जायेगा। अब समाज में कोई झगड़ा झंझट नहीं होता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे हिन्दू हों, मुस्लिम हों, सामान्य वर्ग हों, पिछड़ा हों, अति पिछड़ा हों, दलित हों, महादलित हों सभी के लिए हमलोगों ने काम किया है।

    वर्ष 2005 के बाद से राज्य के विकास के लिये हमलोगों ने जो कार्य किया है, उसे आपलोग याद रखें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में राज्य का बजट मात्र 30 हजार करोड़ रूपये था।

    उसके बाद हर वर्ष बजट का आकार लगातार बढ़ा है। इस वर्ष राज्य का बजट बढ़कर तीन लाख 17 हजार करोड़ रूपये हो गया है।

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