Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: CM नीतीश कुमार ने फरकिया को दी 'सपनों के पुल' की सौगात, खुशी से झूम उठे लोग

    Updated: Thu, 16 Jan 2025 04:03 PM (IST)

    सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में खगड़िया के सुदूर अलौली पहुंचे। यहां उन्होंने गढ़ घाट का स्थलीय निरीक्षण किया और लोगों को पुल की सौगात दी। पुल निर्माण की घोषणा होने के बाद स्थानीय लोग काफी खुश हैं। लंबे समय से इस घाट में पुल बनाने की मांग की जा रही थी। पुल बन जाने के बाद लोगों के नाव का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।

    Hero Image
    प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में खगड़िया के सुदूर अलौली पहुंचे CM

    विनोद कुमार, अलौली (खगड़िया)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में खगड़िया के सुदूर अलौली भी पहुंचे। अलौली स्थित राज्य संपोषित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मैदान में बने हेलीपैड पर उनका हेलीकॉप्टर उतरा। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफिले के संग बागमती के गढ़ घाट पर पहुंचे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    CM ने गढ़ घाट का स्थलीय निरीक्षण किया और यहां पुल निर्माण कार्य की घोषणा की। इसकी जानकारी वहां मौजूद बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, खगड़िया, के कार्यपालक अभियंता शशि भूषण कुमार ने दी है।

    फरकिया में खुशी का माहौल

    इधर इस घोषणा के बाद हजारों फरकिया वासियों की आंखों से खुशियों की बरसात होने लगी। दशकों से फरक(अलग) होने की पीड़ा झेल रहे इन लोगों को अब सेतु का सहारा(निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद) देश-दुनिया से जोड़ देगा।

    आज भी फरकिया के चेराखेरा, आनंदपुर मारण पंचायत और रामपुर अलौली पंचायत के शिशवा गांव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने के लिए नाव से नदी पार करना पड़ता है। इस सेतु के बन जाने से दहमा- खेरी-खुटहा पंचायत को भी अलौली प्रखंड मुख्यालय आने-जाने में सुविधा होगी।

    नाव का सहारा नहीं लेना पड़ेगा

    मालूम हो कि अलौली प्रखंड के बागमती नदी के गढ़ घाट अलौली से प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण नावों के सहारे अलौली प्रखंड मुख्यालय और अन्य स्थानों तक पहुंचते हैं। आनंदपुर मारण, चेराखेरा, शिशवा आदि के लोग नाव के सहारे गढ़ घाट आते हैं।फिर वहां से तीन किलोमीटर का सफर तय कर अलौली प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं।

    इन पंचायतों के किसानों, पशु पालकों, मत्स्य पालकों आदि को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों और व्यवसायिक गतिविधियों के लिए नाव के माध्यम से गढ़ घाट आना-जाना पड़ता है।

    वहीं रामपुर अलौली पंचायत और अलौली नगर पंचायत के अधिकांश किसानों की खेती और पशुपालन की गतिविधियां बागमती के पार होती हैं। इन्हें मक्का और गेहूं जैसी फसलों को बागमती पार लाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है।

    वहीं, आनंदपुर मारण और चेराखेरा पंचायत के लोग दूध, दही, मछली और अन्य उत्पाद बेचने के लिए गढ़ घाट पार करते हैं। इलाज के लिए भी ग्रामीणों को अलौली सीएचसी तक पहुंचने के लिए नाव से गढ़ घाट आना पड़ता है।

    गढ़ घाट पर पुल निर्माण की मांग वर्षों से की जाती रही है, अब उनका सपना गुरुवार को पूरा हुआ है। इस पुल के बनने बाद लगभग 50,000 की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।

    इससे समय और दूरी की बचत होगी। किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिलेगा और लोग आसानी से प्रखंड मुख्यालय से जुड़ पाएंगे।

    फरकिया वासियों ने जताई खुशी

    इस मुद्दे पर आनंदपुर मारण पंचायत के पैक्स अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार आजाद ने कहा, गढ़ घाट पर पुल निर्माण यहां के लोगों के जीवन को बदल देगा। यह केवल सुविधा का सवाल नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

    पंचायत समिति सदस्य अमर कुमार पासवान ने कहा, पुल निर्माण से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच भी आसान हो जाएगी।

    पुल के निर्माण से यह क्षेत्र आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त होगा।

    आनंद राज, चेराखेरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि

    यह पुल केवल एक संरचना नहीं, बल्कि ग्रामीणों के सपनों और समस्याओं का समाधान होगा।

    राजकिशोर ठाकुर, रामपुर अलौली पंचायत के समाजसेवी

    ये भी पढ़ें

    RJD से गठबंधन तोड़ेगी कांग्रेस? राहुल के बिहार दौरे से पहले सियासी अटकलें तेज, नेता बोले- कुछ भी संभव

    Kishanganj News: किशनगंज के लिए दिल खुश करने वाली खबर, इस जगह होने जा रहा सड़क का निर्माण