Kaimoor News: 'थाने की ओर बढ़े तो ठगी से बचे', कैमूर के शिक्षक ने सुनाई पूरी कहानी
साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराधियों ने कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड के सकरी गांव के एक निजी विद्यालय के शिक्षक को लगभग एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। शिक्षक ने जैसे ही स्थानीय थाने में जाने की बात कही तो ठगों ने फोन काट दिया। शिक्षक ने सरकार द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई है।
संवाद सूत्र, कुदरा (कैमूर)। साइबर अपराधियों ने स्थानीय प्रखंड के सकरी गांव के एक निजी विद्यालय के शिक्षक के मोबाइल नंबर पर कॉल कर उन्हें लगभग घंटे भर डिजिटल अरेस्ट कर रखा था।
वह स्वयं को निर्दोष बताते हुए जैसे ही स्थानीय थाने में जाने लगे तो ऑनलाइन ठगों ने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया और वे ठगी से बच गए।
शिक्षक ने मामले की शिकायत सरकार द्वारा जारी टाल फ्री नंबर पर दी है। मामला सकरी गांव के पुराना चेनारी रोड निवासी निजी शिक्षक रंजय कुमार से जुड़ा है।
महिला ने की बात
उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई, जिसमें साइबर अपराध के प्रति जागरूकता का प्री रिकॉर्ड संदेश सुनाया जा रहा था। उसमें अतिरिक्त जानकारी के लिए नौ नंबर दबाने को कहा गया। उन्होंने नौ नंबर दबाया तो एक महिला उनसे बात करने लगी।
महिला ने कहा कि डार्क वेब पर आप ड्रग और हथियारों की बिक्री की गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं। उन्होंने स्वयं को बेगुनाह बताया तो महिला ने कहा कि यदि आप सचमुच निर्दोष हैं तो आपको क्लीयरेंस लेटर लेना होगा।
महिला ने उन्हें एक केस फाइल नंबर बताते हुए कहा कि क्लीयरेंस लेटर लेने के लिए वह आपकी कॉल दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर को ट्रांसफर कर रही है। कथित तौर पर दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर से एक पुरुष की आवाज आई और उसने पूछा कि आप ड्रग और हथियारों की बिक्री के आरोपित हैं।
बंद आ रहा नंबर
इसपर उन्होंने स्वयं अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन पर जाने की बात कही और इस तरह का उपक्रम किया जैसे वह सचमुच पुलिस स्टेशन के लिए घर से निकल गए हैं तो उधर से कॉल काट दिया गया। शिक्षक ने बताया कि उसके बाद से जिस नंबर से कॉल आई थी, वह बंद है।
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