Jamui News: बिहार के जमुई में तनाव, हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे लोगों पर खूब चले ईंट-पत्थर, इंटरनेट बंद
जमुई के बलियाडीह में बजरंगबली मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे अभाविप कार्यकर्ताओं व हिंदूवादी संगठन के नेताओं पर पथराव कर दिया। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। वहीं कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। हमले के बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।
संवाद सूत्र, झाझा (जमुई)। बलियाडीह स्थित बजरंगबली मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर लौट रहे अभाविप कार्यकर्ताओं व हिंदूवादी संगठन के नेताओं पर रविवार को समुदाय विशेष के लोगों द्वारा हमला कर दिया गया।
इनमें हिंदू स्वभिमान संगठन के जिलाध्यक्ष सह नप उपाध्यक्ष नीतीश कुमार सहित आधा दर्जन नेता व कार्यकर्ता जख्मी हो गए। घटना उस समय हुई, जब बलियाडीह स्थित विशेष समुदाय के मोहल्ले से ये लोग गुजर रहे थे।
कई वाहन भी हुए क्षतिग्रस्त
इस पथराव में कई चार चक्का वाहन समेत बाइकें क्षतिग्रस्त हुई हैं। घटना के बाद इलाके में तनाव है। पांच थानों की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है।
एसपी मदन कुमार आनंद घटनास्थल की ओर कूच कर गए हैं। घायलों में नगर परिषद जमुई के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार को उनके साथी रेफरल अस्पताल लेकर पहुंचे।
हिंदू संगठन के नेताओं पर हमला
अभाविप के हरिनंदन प्रजापति ने बताया कि हनुमान चालीसा पाठ कर वे लोग लौट रहे थे। इसी दौरान मस्जिद के समीप अचानक पथराव शुरू हो गया।
तीन-चार सौ की संख्या में उपद्रवी थे। इनमें माधव लाल, खुशबू पांडेय, सूरज वर्णवाल, पिंटू कुमार आदि शामिल हैं।
इस घटना के बाद दो पक्षों के बीच काफी तनाव पैदा हो गया है। प्रशासन के अनुसार, स्थिति नियंत्रण में है। किसी प्रकार की कोई विशेष चिंता की बात नहीं है। दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
अभय कुमार तिवारी, एसडीओ, जमुई
एक समुदाय के लोगों ने हनुमान चालीसा पढ़कर लौट रहे लोगों पर पथराव व हमला कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजेश कुमार, एसडीपीओ, झाझा
बलियाडीह जाने की सड़क पर हुआ हमला
जिस जगह घटना घटी वो बलियाडीह जाने का सड़क है, उसी सड़क किनारे मस्जिद अवस्थित है। इसी रास्ते से हिंदू कार्यकर्ता निचली बलियाडीह शिव मंदिर के समीप हनुमान मंदिर गए थे। उसी क्रम में कुछ वैसी बात हुई, जिससे गांव के लोग नाराज थे।
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है, अधिकांश घर के दरवाजे पर ताला लटका हुआ है। कुछ घरों का गेट खुला हुआ है, लेकिन कोई सदस्य घर में नहीं है।
कई घर में सिर्फ महिला दुबकी पड़ी हुई थी। पुलिस सड़क पर गश्त कर रही थी। इस दौरान एक भी अल्पसंख्यक लोग गांव में नहीं दिखाई दिए।
शांति समिति की बैठक आयोजित
इस घटना के बाद गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं, डीआईजी, डीएम भी बलियाडीह पहुंचे हैं, जहां शांति समिति की बैठक आयोजित की जा रही है।
जिले में इंटरनेट सेवा को भी बंद किया गया है। हालांकि, प्रशासनिक स्तर से पुष्टि नहीं हुई है। घटना के विरोध में जमुई में व्यापारियों ने बाजार बंद रखा है। झाझा में दुकानें खुली हैं।
पुलिस ने की छापेमारी
रात में ही पुलिस ने बलियाडीह गांव में छापेमारी की। सूत्र के अनुसार आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना के बाद बलियाडीह गांव में पुलिस कैंप कर रही है।
आस्था के नाम पर राजनीतिक महत्वाकांक्षा, तोड़ रहा बंधुत्व
हनुमान चालीसा का पाठ व प्रसाद में खिचड़ी वितरण तक विवाद नहीं हुआ। सूत्र बताते हैं कि विवाद की वजह मस्जिद के समीप धार्मिक नारा लगाना है। इसके पहले सरस्वती पूजा के दौरान प्रतिमा पर पथराव जैसी घटना का आक्रोश भी था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।