Jehanabad News: जहानाबाद में जमकर हुई जमीन की खरीद-बिक्री, निबंधन कार्यालय ने इस मामले में तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड
जहानाबाद निबंधन कार्यालय ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व वसूली के मामले में पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। विभाग ने 57.22 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 61.14 करोड़ रुपये की वसूली की है। जमीन की खरीद-बिक्री में तेजी और जमीनों के भौतिक सत्यापन पर जोर देने से राजस्व में वृद्धि हुई है। निबंधन कार्यालय में अब जमीन से जुड़े सारे काम ऑनलाइन हो रहे है।

जागरण संवाददाता, जहानाबाद। बिहार के जहानाबाद जिले के विकास के लिए जिस तरह सड़क की जरूरत पड़ती है, उससे कहीं अधिक राजस्व की आवश्यकता होती है।
राजस्व वसूली पर अधिकारियों की भी अधिक नजर रहती है। निबंधन कार्यालय, परिवहन कार्यालय, खनन विभाग सहित दर्जनों ऐसे विभाग हैं जिससे राजस्व की प्राप्ति होती है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व वसूली के मामले में निबंधन कार्यालय ने अपने पिछले पांच साल का रिकार्ड तोड़ते हुए 106 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है।
विभाग द्वारा निबंधन कार्यालय को 57.22 करोड़ का लक्ष्य दिया गया था। निबंधन विभाग के अधिकारियों ने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एक रणनीति के तहत कार्य करते हुए 61 करोड़ 14 लाख 44 हजार रुपये राजस्व की वसूली की।
जिले में 14 हजार 285 लोगों द्वारा जमीन की खरीद बिक्री की गई। वित्तीय वर्ष 2023 -24 में 49 करोड़ लक्ष्य दिया गया था। लेकिन 11229 दस्तावेज की खरीद बिक्री में लगभग 30 करोड़ ही लक्ष्य प्राप्त हो सका था।
पिछले तीन वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुरूप राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही थी। इस वित्तीय वर्ष में निबंधन पदाधिकारी एवं कार्यालय अधीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा खरीद बिक्री वाले जमीनों के भौतिक सत्यापन पर जोर दिया गया,जिससे राजस्व की चोरी पर विराम लगा।
निबंधन कार्यालय में शादी विवाह का पंजीकरण के अलावा जमीन खरीद बिक्री की सारी प्रक्रिया डिजिटल हो गई है। आने वाले समय में स्टांप भी ऑनलाइन मिलने लगेंगे। ऑनलाइन स्टांप मिलने पर वेंडरों से जमीन खरीद बिक्री करने वालों को स्टांप लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
डीड की जानकारी के लिए खोला गया है हेल्पलाइन सेंटर
निबंधन विभाग द्वारा ऑनलाइन डीड की भी व्यवस्था की गई है। इसकी जानकारी के लिए हेल्पलाइन सेंटर भी कार्यालय परिसर में खोला गया है।
निबंधन पदाधिकारी ऋषि कुमार सिन्हा ने बताया कि वैसे जमीन विक्रेता जो कार्यालय आने से असमर्थ हैं उनके घर पर भी जाकर इकरारनामा का कार्य किया जाता है।
कागजात की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद कार्यालय की एक टीम जमीन विक्रेता के घर पर जाकर इकरारनामा तैयार करती है। इस वर्ष लगभग एक दर्जन लोगों के घरों पर जाकर जमीन की बिक्री की गई है।
परिवहन विभाग ने हासिल किया 88 प्रतिशत लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2024- 25 में परिवहन विभाग को 27 करोड़ 20 लाख रुपये की राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया था। किंतु विभाग 88 प्रतिशत ही लक्ष्य प्राप्त करने में सफल हो सका।
पिछले दो साल से परिवहन विभाग में डीटीओ का पद खाली है। जिले के वरीय उपसमाहर्ता फिलहाल डीटीओ के प्रभार में हैं।
खनन विभाग राजस्व वसूली में पिछड़ा, कायम है अव्यवस्था
वित्तीय वर्ष 2024- 25 में खनन विभाग को 33 करोड रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया था। विभाग लगभग 28 करोड़ रुपए ही राजस्व वसूली कर पाया।
खनन विभाग के पदाधिकारी शिवनवेंदु सिंह अरवल जिले के भी प्रभार में हैं। जहानाबाद जिले में मात्र दो दिन ही कार्य करते हैं। शेष कार्य दिवस को अरवल में डटे रहते हैं।
इतना ही नहीं, खनन विभाग में वरीय से लेकर कनीय अधिकारी तक फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते। खनन पदाधिकारी के अलावा दो इंस्पेक्टर भी विभाग में तैनात हैं।
इसके बावजूद लक्ष्य हासिल करने में हमेशा पिछड़ जाते हैं। प्रत्येक दिन पुलिस अधिकारियों द्वारा अवैध बालू, गिट्टी, मिट्टी की ढुलाई करते वाहनों को जब्त कर खनन विभाग को सूचित किया जाता है, लेकिन राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाता।
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