Arwal News: मजदूरों के बच्चों के लिए नीतीश सरकार ने कर दिया बड़ा काम, नई योजना से लाइफ हो जाएगी सेट
असंगठित क्षेत्र के कामगार के बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृति दी जाएगी। 11 वीं और 12 वीं के बच्चों को 25 हजार रुपये छात्रवृति मिलेगी। इस योजना के माध्यम से मजदूरों के प्रथम दो संतानों को कक्षा एक से स्नातकोत्तर व्यवसायिक शिक्षा और शोध के विद्यार्थियों को सहायता योजना के तहत छात्रवृत्ति मिलेगी। श्रम विभाग ने इसके लिए मजदूरों के बच्चों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, अरवल। जिले के कामगार मजदूर वर्ग को अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए आर्थिक समस्याओं से नहीं जूझना पड़ेगा। इसके लिए सरकार की ओर से छात्रवृत्ति दी जाएगी। श्रम विभाग को जिले के असंगठित क्षेत्र में कामकाजी मजदूरों के बच्चों को चिन्हित करने के निर्देश दिए है, जिससे उन्हें योजना का लाभ दिया जा सके।
11वीं और 12वीं के बच्चों को मिलेगा लाभ
बिहार शताब्दी असंगठित कार्य क्षेत्र के कामगार एवं शिल्पकार समाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के सभी कामगार, जिनके बच्चे 11वीं या 12वीं में शिक्षा ग्रहण कर रहे है उन्हें श्रम संसाधन विभाग के द्वारा छात्रवृति दी जाएगी।
इसके लिए लाभार्थी को आवश्यक दस्तावेज में विभाग को आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, मुखिया द्वारा निर्गत नियोजन प्रमाण पत्र एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र देना होगा।
प्रमाण पत्र भी देना होगा
प्रमाण पत्र में अंकित होगा कि विद्यालय द्वारा किसी तरह की छात्रवृति नहीं दी जा रही है और उनके विद्यालय का नियमित छात्र है। श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ने कहा कि आइटीआइ में पढ़ाई करने वाले छात्रों को पांच हजार रुपया सरकार देगी।
इसके अलावा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए छात्रवृत्ति सहायता योजना व शिक्षा प्रोत्साहन सहायता योजना संचालित की जा रही है।
मजदूरों के दो बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना के तहत श्रमिकों के प्रथम दो संतानों को कक्षा एक से स्नातकोत्तर, व्यवसायिक शिक्षा व शोध के विद्यार्थियों को सहायता योजना के तहत छात्रवृत्ति दी जाएगी।
पंजीकृत निर्माण श्रमिक के प्रथम दो संतानों को इस योजना में पात्र माना गया है। योजना के तहत न्यूनतम 5 हजार से 25 हजार रुपए तक छात्रवृत्ति के रुपए प्रति वर्ष दी जाएगी।
यह राशि 11 वीं और 12 वीं में अध्ययनरत श्रमिकों के दो बच्चों को प्रत्येक वर्ष 25 हजार, आईटीआई में पढ़ने वाले बच्चों को पांच हजार, सरकारी पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाले बच्चों को 10 हजार रुपये छात्रवृति के रूप में दिया जाएगा।
असंगठित क्षेत्र के कामगार श्रमिकों के बच्चों को चिन्हित किया गया है। 90 से अधिक आवेदन जांच कर विभाग को भेजा गया है। जल्द ही इनकी छात्रवृत्ति विभाग के द्वारा निर्गत की जाएगी।
धीरज कुमार , श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी
मजदूरों को मिला तोहफा
इससे पहले नीतीश सरकार द्वारा बिहार से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान , आंध्रप्रदेश, केरल ,कनार्टक या फिर अन्य राज्यों में कार्य करने वाले मजदूरों का प्रवासी कामगार एप पर पंजीयन कराना शुरू किया गया है।
इन आंकड़ों की मदद से श्रम विभाग बाहर काम करने वाले मजदूरों को उचित लाभ, सुरक्षा और न्याय प्रदान कर सकेगी।
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