बोधगया में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा था बांग्लादेशी नागरिक, पुलिस ने किया गिरफ्तार; फेक ID भी मिली
बोधगया में एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। वह अपनी पहचान छुपाकर एक मॉनेस्ट्री में रह रहा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि उसने अरुणाचल प्रदेश में फर्जी आधार कार्ड बनवाया था और वह स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में भिक्षु बनकर 15 दिन से रह रहा था। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया।

जागरण संवाददाता, गया। बोधगया में एक बांग्लादेशी नागरिक पकड़ा गया है। वह अपनी असली पहचान छुपा कर चोरी छुपे बोधगया के एक मॉनेस्ट्री में रह रहा था। बांग्लादेशी नागरिक बोधगया के स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में भिक्षु बनकर रह रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया है।
गश्ती के दौरान खुलासा
गिरफ्तार नागरिक की पहचान पवन कांति बरुआ के रूप में की गई है।मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को देर रात बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह अपने दल बल के साथ गश्ती कर रहे थे। वहीं, अम्मा गांव के समीप स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जांच की गई।
बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन में रहने वाले लोगों की सत्यापन किया गया, इसके बाद एक भिक्षु छुपने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर उसे पकड़ा और पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में पता चला कि ये भिक्षु अपनी असली पहचान छुपा कर रह रहा था।
बांग्लादेशी नागरिक है भिक्षु
पुलिस के पूछताछ करने पर नागरिक ने अपनी पहचान 62 वर्षीय प्रापूल चकमा पिता गानेश्वर चकमा घर अरुणाचल प्रदेश बताया था। इसके वाबजूद भी पुलिस को शक हुआ और उसे बोधगया थाना लेकर आए और फिर पूछताछ की।
इसके बाद नागरिक ने अपनी असली पहचान पवन कांति बरुआ पिता सुकेंदु विकास बरुआ थाना काठ खाली, बांग्लादेश निवासी बताई। पुलिस ने असली पहचान छुपाकर रहने के जुर्म में उसे गिरफ्तार कर लिया है।

बोधगया में पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक।
अरुणाचल प्रदेश में बनवाया फर्जी आधार कार्ड
बांग्लादेशी नागरिक कई बार बोधगया आ चुका है। कुछ दिन पूर्व बंगलादेश से बिना बीजा पासपोर्ट के हिंदुस्तान में प्रवेश किया था और अरुणाचल प्रदेश में जाकर अपना एक फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया। बोधगया के बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन(स्लीपिंग बुद्धा)में रहने लगा।
इधर,बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक पिछले 15 दिनों से अपनी असली पहचान छुपा कर रह रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर जब पूछताछ की तो उसकी असली पहचान सामने आ गई। अग्रतर करवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।