स्कूल में क्यों चलाया फोन? जवाब मिला- जरूरी काम कर रहे थे, 2 टीचरों पर सख्त हुआ शिक्षा विभाग; एक्शन से मचा हड़कंप
Bihar Education News बिहार के दो शिक्षकों को स्कूल के समय में मोबाइल फोन का उपयोग करने के कारण उनके वेतन पर रोक लगा दी गई है। बेतिया के बीईओ उपेंद्र कुमार सिंह ने उत्क्रमित उच्च विद्यालय अहिरौलिया के राजीव विश्वास और राजेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। शिक्षकों ने बताया कि वे जरूरी काम कर रहे थे।
संवाद सहयोगी, कोटवा। विभागीय निर्देश की अवहेलना कर विद्यालय के खेल मैदान में बैठकर मोबाइल देखना दो शिक्षको को महंगा पड़ा। मामले में बीईओ ने दोनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन स्थगित कर दिया है।
इस संबंध में बीईओ उपेंद्र कुमार सिंह ने दोनों शिक्षकों के विरुद्ध पत्र जारी करते हुए कारण बताने तक वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है।
बताया गया है कि बीईओ के निरीक्षण के दौरान उत्क्रमित उच्च विद्यालय अहिरौलिया के दोनों शिक्षक राजीव विश्वास एवं राजेश कुमार स्कूल के खेल मैदान में बैठकर मोबाइल देख रहे थे।
अधिकारी ने गंभीरता से मामले को लिया
- जब बीईओ ने दोनों शिक्षकों से पूछा कि मोबाइल क्यों चला रहे थे। शिक्षकों ने बताया कि वे लोग जरूरी काम कर रहे थे। जबकि स्कूल अवधि में शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य के अलावा किसी भी हाल में दूसरा काम नहीं करना है।
- लिहाजा बीईओ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों शिक्षकों के विरुद्ध पत्र जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
- इस बीच स्पष्टीकरण मिलने तक वेतन स्थगित करने का आदेश जारी किया है। बीईओ की इस कार्रवाई के बाद स्कूल के समय मे मोबाइल पर चिपके रहने वाले शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, पिता-पुत्र पर मुकदमा
दूसरी तरफ, बिहार के अलग-अलग जिलों में शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले पिता और पुत्र पर किंजर थाने में केस दर्ज कराया गया है।
थाना क्षेत्र के महरिया गांव निवासी पूर्व मुखिया कमलदेव नारायण सिंह ने किंजर थाने में पिता-पुत्र पर 21 लाख रुपये की ठगी करने का मुकदमा दर्ज कराया है।
पीड़ित के अनुसार पिता और पुत्र ने मिलकर अरवल वैशाली, पटना,जहानाबाद, गया व अन्य जिले के लगभग 50 से अधिक लोगों को मध्य विद्यालय में शिक्षक में बहाल करने का झांसा देकर एक करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की है।
मामले में रामपुर चौरम थाना क्षेत्र के राणापुर गांव निवासी रमाकांत शर्मा और उसके पुत्र शशि शेखर उर्फ रोहित कुमार के विरुद्ध में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है।
रमाकांत शर्मा प्राइवेट शिक्षक के रूप में पटना में तैनात थे। मामले में थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि दिए गए आवेदन के आलोक में किंजर थाने में पिता पुत्र पर केस दर्ज कर लिया गया है, गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
पूर्व मुखिया के अनुसार दोनों पिता-पुत्र गांव छोड़कर फरार है। रमाकांत शर्मा जब अपने पुत्र शशि शेखर की शादी समारोह मार्च महीने में संपन्न कर रहे थे, तभी शिक्षक बनने वाले अन्य जिलों के अभ्यर्थी भी मिलने पहुंचे थे, तब आरोपितों ने स्टांप पेपर पर पैसे लौटाने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद से दोनों गांव में अभी तक वापस नहीं लौटे।
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