Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Raxaul Seat Election 2025: रक्सौल में भाजपा के सामने कांग्रेस और जन सुराज की चुनौती, क्या पलटेगी बाजी?

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 02:39 PM (IST)

    भारत-नेपाल सीमा से सटे रक्सौल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का राजनीतिक प्रभाव मजबूत है। 2000 के बाद से भाजपा का दबदबा रहा है। 2020 में भाजपा के प्रमोद कुमार सिन्हा ने जीत दर्ज की। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में भाजपा के सामने कांग्रेस और जन सुराज के प्रत्याशी चुनौती पेश करेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की संगठनात्मक मजबूती के कारण पार्टी को बढ़त मिल सकती है।

    Hero Image

    रक्सौल में भाजपा के सामने कांग्रेस और जन सुराज की चुनौती

    विजय कुमार गिरि, रक्सौल (पूर्वी चंपारण)। भारत-नेपाल सीमा से सटे रक्सौल विधानसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास बताता है कि यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राजनीतिक प्रभाव लगातार मजबूत बना हुआ है। स्वतंत्र भारत के पहले चुनाव से लेकर अबतक इस सीट ने कई राजनीतिक करवटें लीं, लेकिन वर्ष 2000 के बाद से भाजपा का झंडा लगातार लहराता रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव (2025) में एक बार फिर भाजपा अपने गढ़ को बचाने के लिए तैयार है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विधानसभा सीट का इतिहास

    पूर्वी चंपारण जिले के सीमावर्ती इलाके में स्थित रक्सौल विधानसभा सीट पर पहली बार 1951 में चुनाव हुआ था। उस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार राधा पांडेय ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने लगातार 1957, 1962 और 1967 में भी जीत हासिल कर कांग्रेस को मजबूत किया।

    इसके बाद 1970 के दशक में कांग्रेस नेता सगीर अहमद ने इस सीट पर लगातार चार बार (1972, 1977, 1980 और 1985) जीत दर्ज की। वहीं 1990 और 1995 के चुनाव में जनता दल के राजनंदन राय ने इस सीट को अपने नाम किया।

    साल 2000 से रक्सौल विधानसभा भाजपा के कब्जे में है। भाजपा उम्मीदवार डॉ. अजय कुमार सिंह ने लगातार 2000, फरवरी 2005, अक्टूबर 2005, 2010 और 2015 में जीत दर्ज की। वर्ष 2020 में भाजपा के प्रमोद कुमार सिन्हा ने इस परचम को आगे बढ़ाया और कांग्रेस के रामबाबू यादव को बड़े अंतर से हराया।

    2020 के चुनाव परिणाम

    वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार प्रमोद कुमार सिन्हा को 80,979 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी रामबाबू यादव को 44,056 वोट प्राप्त हुए। प्रमोद सिन्हा ने 36,923 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।

    2025 में मुकाबला

    पार्टी प्रत्याशी
    भाजपा प्रमोद कुमार सिन्हा
    कांग्रेस श्याम बिहारी प्रसाद
    जन सुराज कपिलदेव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल

    इस चुनाव में भाजपा के सामने कांग्रेस और जन सुराज के प्रत्याशी चुनौती पेश करेंगे। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रक्सौल में भाजपा की संगठनात्मक मजबूती और सीमावर्ती इलाकों में विकास कार्यों के बल पर पार्टी जनता के बीच है। इससे बढ़त की उम्मीद है।

    रक्सौल विधानसभा के अब तक के विजेता और उपविजेता

    वर्ष विजेता पार्टी वोट उप-विजेता पार्टी वोट
    2020 प्रमोद कुमार सिन्हा भाजपा 80,979 रामबाबू यादव कांग्रेस 44,056
    2015 डॉ. अजय कुमार सिंह भाजपा 64,731 सुरेश कुमार राजद 61,562
    2010 डॉ. अजय कुमार सिंह भाजपा 48,686 राजनंदन राय एलजेपी 38,569
    अक्तूबर 2005 डॉ. अजय कुमार सिंह भाजपा 38,448 राजनंदन राय एलजेपी 29,999
    फरवरी 2005 डॉ. अजय कुमार सिंह भाजपा 23,640 राजनंदन राय निर्दलीय 20,814
    2000 अजय कुमार सिंह भाजपा 41,983 सगीर अहमद कांग्रेस 29,032
    1995 राजनंदन राय जदयू 24,255 डॉ. अजय कुमार सिंह भाजपा 16,815
    1990 राजनंदन राय आरजेडी 43,211 सगीर अहमद कांग्रेस 29,939
    1985 सगीर अहमद कांग्रेस 28,101 राजनंदन प्रसाद राय - 22,773
    1980 सगीर अहमद कांग्रेस (आई) 23,313 राधा पांडे जेएनपी (जेपी) 11,816
    1977 सगीर अहमद कांग्रेस 22,565 शंकर प्रसाद यादव जेएनपी 18,979
    1972 सगीर अहमद कांग्रेस 18,614 शंकर प्रसाद यादव एसओपी 16,417
    1969 राधा पांडेय कांग्रेस 20,599 विध्याचल सिन्हा एसएसपी 14,094
    1967 वी. सिन्हा एसएसपी 17,356 राधा पांडे कांग्रेस 11,867
    1962 राधा पांडेय कांग्रेस 10,882 विंध्याचल सिंह पीएसपी 9,500
    1957 राधा पांडेय कांग्रेस 12,257 बिंध्याचल सिंह पीएसपी 7,375
    1951 राधा पांडेय कांग्रेस 10,339 राधाकृष्ण राय एसपी 7,640


    रक्सौल विधानसभा क्षेत्र का इतिहास गवाह है कि यहां की जनता ने राजनीतिक रूप से सजगता दिखाई है। कांग्रेस के स्वर्णिम युग के बाद भाजपा ने पिछले दो दशकों से यहां अपनी पकड़ बनाए रखी है। अब देखना होगा कि 2025 में क्या भाजपा यह सिलसिला जारी रख पाती है या विपक्ष कोई नया समीकरण गढ़ने में सफल होता है।

    यह भी पढ़ें- Nitish Vs Tejashwi: 50 से 70 सीटों का सियासी 'खेल', मुस्लिम वोटरों पर नजर; कौन मारेग बाजी?

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: 'मैं बागी हो गईं हूं...', RJD पर फूटा रितु जायसवाल का गुस्सा; बोलीं- 11 नवंबर को बजेगी सीटी