पूर्वी चंपारण में पीएम आवास योजना में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। एक आवास सहायक भारत भूषण का लाभार्थी से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उसे कार्यमुक्त कर दिया गया है। डीडीसी ने स्पष्टीकरण मांगा था लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं होने पर यह कार्रवाई की गई। रिश्वत आवास की किश्त जारी करने के नाम पर ली जा रही थी।
संवाद सहयोगी, चिरैया (पूर्वी चंपारण)। प्रखंड के एक आवास सहायक का पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) के एक लाभार्थी से बीस हजार रुपये घूस लेने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई करते हुए आवास सहायक भारत भूषण की सेवा समाप्त कर दी गई है।
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जांच के बाद डीडीसी ने उक्त आवास सहायक से स्पष्टीकरण की मांग की थी। जिसका संतोषजनक जवाब नहीं देने के बाद डीडीसी ने उक्त पंचायत रोजगार सेवक के अनुबंध को समाप्त कर दिया है। साथ ही कहा है कि उक्त कर्मी तीन दिनों के अंदर विभागीय नियम के अनुसार, जिलाधिकारी के पास अपील दायर कर सकता है।
क्यों मांगी थी रिश्वत?
बताया गया कि उक्त राशि आवास की पहली किस्त खाते में आने के बाद तथा दूसरी और तीसरी किस्त जारी करने के नाम पर लिया जा रहा था। प्रखंड के बारा जयराम पंचायत के जयपाल टोला गांव में ग्रामीण व पीएम आवास योजना के लाभार्थी के पिता टुनटुन सिंह अपने पुत्र के नाम पर आवास आवंटित होने के बाद आवास सहायक भारत भूषण घूस की राशि ले रहे थे।
छुपकर बनाया वीडियो, फिर कर दिया वायरल
इसी क्रम में किसी ने छुपकर पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर इंटरनेट मिडिया पर वायरल कर दिया, जो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वे स्पष्ट रूप से लाभार्थी के पिता से पांच सौ रुपये के नोटों की गड्डी लेते हुए देखे जा रहे हैं।
हाथ में लेने के बाद उक्त रुपये को शर्ट के भीतर वाले पॉकेट में रखते हुए भी दिख रहे हैं। हालांकि, दैनिक जागरण इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। यह सारा माजरा आवास के लाभुक टुनटुन सिंह के दरवाजे पर हुआ है।
बता दें कि घूस की राशि आवास सहायक को देने की बात लाभार्थी के पिता टुनटुन सिंह ने स्वीकार की है। उन्होंने बताया है कि बीस हजार रुपये देने के लिए आवास सहायक द्वारा मुझे मजबूर किया गया। जिसके बाद विवश होकर उसे पहली किस्त के चालीस हजार रुपये में से बीस हजार रुपये बैंक से निकालकर दिया।
इस बाबत उनसे पूछे जाने पर बताया कि एक दिन आवास सहायक भारत भूषण मुझसे कहा कि आपके लड़के के नाम पर आवास योजना में नाम आया है। अगर आवास के लिए आपको रुपये चाहिए तो आप कागजात जमा कीजिए। इसके बाद उन्होंने जो कागजात मांगा मैंने उन्हें दे दिया।
जब बैंक खाते में आवास योजना की पहली किस्त की राशि आई तो उसके बाद वह मेरे यहां दौड़ने लगे। तीन-चार रोज तो मैं नहीं मिला।
एक दिन जब आवास सहायक भरत भूषण से मेरी मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि इतना दिन रुपये आए हुए हो गए हैं, लेकिन आप अभी तक रुपये नहीं दिए। अगर आप रुपये नहीं देंगे तो इसके बाद मिलने वाली दूसरी एवं तीसरी किस्त की राशि आपको नहीं दूंगा।
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