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    दरभंगा जिला परिषद के डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर ने दिया इस्तीफा, डिपार्टमेंट में मची खलबली

    Updated: Thu, 06 Mar 2025 03:56 PM (IST)

    दरभंगा जिला परिषद के जिला अभियंता और सहायक अभियंता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिला अभियंता ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया जबकि सहायक अभियंता ने राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव का आरोप लगाया है। इस घटना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मामले को लेकर उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिला अभियंता लंबे समय से बीमार चल रहे थे जबकि रामेश्वर झा संविदा पर थे।

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    दरभंगा जिला परिषद के डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर ने दिया इस्तीफा

    जागरण टीम, दरभंगा/समस्तीपुर। जिला परिषद के जिला अभियंता ईं. अनिल कुमार और सहायक अभियंता रामेश्वर झा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को अलग-अलग पत्र में इस्तीफा देने की बात कही है।

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    इसमें जिला अभियंता ने कहा कि व्यक्तिगत कारणों से जिला परिषद में काम नहीं करना चाहते हैं। इस कारण से डीक्यूएम सह जिला अभियंता पद से इस्तीफा दे रहा हूं। हालांकि, सहायक अभियंता सह कनीय अभियंता रामेश्वर झा के पत्र से प्रशासनिक और राजनीतिक महकमा में हड़कप मच गया है।

    रामेश्वर झा के पत्र से मचा हड़कंप

    रामेश्वर झा ने अपने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव के कारण अभियंत्रण विभाग पंगु बनकर रह गया है। ऐसी परिस्थिति में अपने दायित्व का निर्वहन करने में अपने आप को असक्षम महसूस किया। ऐसी परिस्थिति में अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।

    ऐसी स्थिति में एक साथ इंजीनियरिंग विभाग के दो महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के इस्तीफा देने से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।

    क्या बता रहे सूत्र?

    सूत्रों का कहना है कि एक खास योजना में लोहे की पाइप की जगह बांस लगाया गया है। जिसका भुगतान लोहे की पाइप की दर से कराने का दबाव दिया जा रहा है। इससे तंग आकर दोनों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर, शेष बचे दो कनीय अभियंता भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं।

    मामले को लेकर उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार ने बताया कि जिला अभियंता लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जबकि रामेश्वर झा संविदा पर थे। इन्हें क्या परेशानी है इसकी जानकारी नहीं है। इस मामले से डीएम को अवगत कराया जाएगा। जल्द ही रिक्त पदों पर तैनाती कर दी जाएगी।

    समस्तीपुर: डीडीसी ने जिला परिषद के प्रधान सहायक को किया निलंबित, जिप अध्यक्ष ने किया स्थगित

    दूसरी ओर, समस्तीपुर में उप विकास आयुक्त संदीप शेखर प्रियदर्शी ने जिला परिषद अंतर्गत जिला अभियंता कार्यालय के प्रधान सहायक सदरुद्दीन काे निलंबित कर दिया। डीडीसी ने अनुशासनहीनता, उदंडता, कर्तव्यों के निर्वहन में शिथिलता तथा जानबूझकर योजनाओं के क्रियान्वयन एवं भुगतान को बाधित करने के उद्देश्य से संचिकाओं को लंबित रखने के मामले में कार्रवाई की।

    जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी ने बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 में दिए गए प्रविधान के आलोक में प्रधान सहायक के निलंबन को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया। साथ ही उनके स्थान पर किये गए प्रतिनियुक्ति को स्थगित कर दिया। जिला परिषद अध्यक्ष ने प्रधान सहायक को नियम के विपरीत विकास कार्य को बाधित करने के उद्देश्य से बिना स्पष्टीकरण किए निलंबित करने को लेकर उप विकास आयुक्त को पत्र लिखा।

    डीडीसी ने रिपोर्ट में लिखा कि समीक्षा के क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि प्रधान सहायक द्वारा लगातार उदंडता, अनुशासनहीनता, वरीय पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना, विभिन्न संचिकाओं को निहित स्वार्थवश एवं कुत्सित मंशा के वशीभूत संचिकाओं को अपने पास लंबित रखना, जानबूझकर भुगतान को बाधित करने जैसे कृत्य किए गए है।

    विगत एक वर्ष से इनके द्वारा लगातार इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा है। इसको लेकर कारणपृच्छा किया जाना प्रशासनिक समय के अपव्यय के समान है। कार्यालय में बने रहने से कार्य संस्कृति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इससे अन्य कर्मियों में भी समरूप आचरण परिलक्षित हो रहा है। जिला परिषद समस्तीपुर में बना रहना घातक प्रतीत होता है।

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