Buxar News: डीआर-टीबी सेंटर के रूप में विकसित होगा मेथोडिस्ट अस्पताल, इन जिलों के लोगों को होगा फायदा
स्वास्थ्य विभाग ने बक्सर के मेथोडिस्ट अस्पताल को यक्ष्मा हब के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। यह अस्पताल अब डीआर-टीबी (ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस) सेंटर के रूप में कार्य करेगा जिससे शाहाबाद और पूर्वांचल के रोगियों को लाभ होगा। आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त इलाज मिलेगा। इससे गरीब मरीजों को फायदा होगा। यह कदम राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम को मजबूत करेगा।
अरूण विक्रांत, डुमरांव(बक्सर)। स्वास्थ विभाग ने बक्सर जिले के प्रतापसागर स्थित मेथोडिस्ट अस्पताल को यक्ष्मा हब बनाए जाने का निर्णय लिया है। डीआर-टीबी सेंटर(यक्ष्मा हब) बनाए जाने को लेकर मेथोडिस्ट अस्पताल प्रबंधन द्वारा सहमति व स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
मेथोडिस्ट अस्पताल बनेगा यक्ष्मा हब
यक्ष्मा हब के तौर पर मेथोडिस्ट अस्पताल को विकसित किए जाने के बाद पुराने शाहाबाद जिले में सासाराम, भभुआ, भोजपुर एवं बक्सर जिले के अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, वाराणसी एवं सोनभद्र जिले के यक्ष्मा के रोगियों को लाभ मिलना तय है।
स्वास्थ विभाग के अपर निदेशक-सह- राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ.बाल कृष्ण मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंर्तगत ड्रग रेजिटेंट टीबी(यक्ष्मा) के उपचार के लिए इओआई के माध्यम से पूरे प्रदेश में हब विकसित किया जा रहा है।
इसी क्रम में राज्य के 9 जिले के 37 प्राईवेट अस्पताल से डीआर-टीबी सेंटर अर्थात यक्ष्मा हब के रूप में कार्य करने को सहमति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि बक्सर जिले में प्रताप सागर स्थित मेथोडिस्ट अस्पताल प्रबंधन द्वारा डीआर-टीबी सेंटर के रूप में कार्य करने को सहमति प्रदान की गई है।
डीआर-टीबी सेंटर (यक्ष्मा हब) के रूप में चयनित मेथोडिस्ट अस्पताल
चयनित मेथोडिस्ट अस्पताल को रोगियों के समुचित इलाज के लिए यक्ष्मा निरोधी दवाएं एवं जांच सामग्री जिला स्तर से उपलब्ध कराई जाएगी। उधर, मेथोडिस्ट अस्पताल के अधीक्षक और मेथोडिस्ट मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के सचिव डॉ.आर.के.सिंह ने बताया कि स्वास्थ विभाग द्वारा यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंर्तगत उनके अस्पताल का चयन डीआर-टीबी सेंटर (यक्ष्मा हब) के रूप में किया गया है।
स्वास्थ विभाग द्वारा चयनित स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से मेथोडिस्ट अस्पताल में इलाज के लिए यक्ष्मा के रोगियों को भेजा जाएगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ.सिंह ने बताया कि उनके द्वारा सहमति प्रदान कर दी गई है। अब आगे का कार्य स्वास्थ विभाग के संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी को करना है।
आयुष्मान कार्ड के आधार पर जल्द होगा रोगियों का इलाज
मेथोडिस्ट अस्पताल प्रबंधन ने गरीब रोगियों के इलाज में आड़े आने वाले पैसे से मुक्ति दिलाने को कवायद शुरू कर दी है। केंद्र प्रायोजित योजना स्वास्थ मिशन आयुष्मान कार्ड के आधार पर गरीबों का इलाज कराए जाने को लेकर आयुष्मान की सूची में मेथोडिस्ट अस्पताल का नाम दर्ज कराने को प्रक्रिया शुरू है। अस्पताल अधीक्षक डॉ.आर.के.सिंह ने बताया कि जल्द ही सुखद परिणाम मिलने की संभावना है।
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