Buxar News: बेटे की वापसी की आस में टूटा परिवार, मां की ममता और पत्नी की उम्मीद अब भी जिंदा
बक्सर के डुमरांव से एक दुखद खबर है। तीन साल पहले नौकरी की तलाश में निकला सुरेश यादव नामक युवक लापता है। उसकी मां और पत्नी अब भी उसकी वापसी की उम्मीद लगाए बैठी हैं। परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है और एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। सुरेश के लापता होने से परिवार भुखमरी की कगार पर है।

संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। तीन साल पहले घर से निकला बेटा अब तक वापस नहीं आया, पर एक मां की ममता और पत्नी की पीड़ा आज भी उसी मोड़ पर खड़ी है, जहां से यह बिछड़ाव शुरू हुआ था।
डुमरांव नगर के दक्षिण टोला स्थित चुन्नी कमकर की गली निवासी सुरेश यादव नामक युवक 24 जुलाई 2022 को नौकरी की तलाश में घर से निकला था, लेकिन उस दिन के बाद से आज तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। मां ललिता देवी और पत्नी कविता अब भी दरवाजे की ओर टकटकी लगाए उसके लौटने की राह देख रही हैं।
'...सुरेश आज तक घर नहीं लौटा'
परिवार के अनुसार, सुरेश कुछ लोगों के साथ काम की तलाश में गया था। वे लोग बाद में उसका बैग, कपड़े और आधार कार्ड लेकर घर लौटे और कह गए कि 'वो पीछे से आ रहा है,' लेकिन सुरेश आज तक घर नहीं लौटा। पूछने पर भी उन लोगों ने कोई साफ जवाब नहीं दिया, जिससे संदेह व पीड़ा और भी गहरी होती गई।
इन तीन वर्षों में सुरेश की मां और पत्नी ने पुलिस थाने से लेकर न्यायालय तक हर दरवाज़े पर दस्तक दी, लेकिन हर जगह से निराशा ही मिली। अब उन्होंने बक्सर के पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य से मिलकर बेटे की तलाश में ठोस कदम उठाने की गुहार लगाई है।
'पुलिस की भूमिका लापरवाह'
युवक की पत्नी कविता ने एसपी को दिए आवेदन में लिखा है कि लापता होने के बाद से ही पुलिस की भूमिका बेहद लापरवाह रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सुरेश ही घर का एकमात्र कमाउ सदस्य था, और उसके न रहने से परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है।
मां ललिता देवी ने बताया कि एसपी ने उन्हें इस मामले में गंभीरता से जांच और कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। इस आश्वासन से परिवार की बुझती उम्मीदों की दीपक में एक बार फिर रोशनी लौट आई है।
यहां बता दें कि इस मामले में कविता देवी के बयान पर बक्सर व्यवहार न्यायालय में नीतीश कुमार, सरोज यादव, दीपू कुमार, निशु कुमार और धनु यादव के खिलाफ साजिशन सुरेश को गायब करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब पूरा परिवार इसी इंतजार में है कि कब पुलिस इस रहस्य से पर्दा हटाए और कब मां की ममता और पत्नी की पुकार को इंसाफ की मंजिल मिले।
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