डुमरांव का गमगीन मंजर: नम आंखों से दी गई महाराजा चंद्र विजय सिंह को विदाई, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
डुमरांव (बक्सर) में महाराज चंद्र विजय सिंह को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। गोला बाजार बंद रहा और हर वर्ग के हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लोगों ने उनके जनता से रिश्तों और सामाजिक सौहार्द के लिए किए गए प्रयासों को याद किया। दिल्ली में निधन के बाद पार्थिव शरीर भोजपुर कोठी लाया गया जहाँ अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी।

संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। डुमरांव की धरती सोमवार को गमगीन हो उठी, जब अपने प्रिय महाराज चंद्र विजय सिंह को लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। सोमवार को डुमरांव का गोला बाजार पूर्णत: बंद रहा।
अमीर से गरीब, अगड़ा से पिछड़ा और हिंदू से मुसलमान तक हर वर्ग के लोग हजारों की संख्या में महाराज की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
किसी के चेहरे पर आंसू थे, तो किसी की आंखें खामोशी से भरी हुई थी। चारों ओर बस एक ही नारा गूंज रहा था- ‘महाराजा चंद्र विजय सिंह अमर रहें’।
बुजुर्ग राम बहादुर सिंह, वकील सिंह यादव और समाजसेवी अब्दुल अलीम हाशमी ने कहा कि महाराज चंद्र विजय सिंह ने हमेशा जनता से रिश्तों को प्राथमिकता दी।
वे हर सुख-दुख में लोगों के साथ खड़े रहते थे। डुमरांव की खुशहाली और सामाजिक सौहार्द के लिए उन्होंने जीवन भर प्रयास किया। यही कारण है कि उनके निधन की खबर सुनते ही पूरा क्षेत्र शोक के सागर में डूब गया।
यहां बता दें कि शनिवार की शाम दिल्ली के अपोलो अस्पताल में महाराज के निधन की सूचना मिलते ही डुमरांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई।
रविवार की देर शाम जब महाराज का पार्थिव शरीर भोजपुर कोठी पहुंचा तो हजारों लोग वहां उमड़ पड़े। महिलाएं, पुरुष और युवा सभी महाराज को अंतिम दर्शन के लिए आतुर थे।
अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
सोमवार की सुबह महाराज के अंतिम दर्शन हेतु पार्थिव शरीर को भोजपुर कोठी से डुमरांव शहर के राज अस्पताल, गोला रोड होते हुए राजगढ़ परिसर तक ले जाया गया।
पूरे मार्ग पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जगह-जगह फूल बरसाकर लोगों ने महाराज को अंतिम प्रणाम किया। हर तरफ भावनाओं का सैलाब था।
शव यात्रा में महाराज के छोटे भाई मानविजय सिंह, पुत्र कुमार शिवांग विजय सिंह, समृद्ध विजय सिंह और सुमेर विजय सिंह मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, पूर्व मंत्री जय प्रताप सिंह, आरा विधायक सह पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, रणजीत सिंह राणा, बंटी शाही, राजीव रंजन सिंह और श्रवण तिवारी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए।
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