तनिष्क शोरूम लूट मामले में अब तक क्या हुआ? पश्चिम बंगाल की जेल में रची गई थी साजिश, हुए चौंकाने वाले कई खुलासे
Bihar News आरा के तनिष्क आभूषण शोरूम में हुई लूट के दौरान छीनी गई लाइसेंसी बंदूक और ग्राहक का मोबाइल बरामद हुआ है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए अपराधियों की निशानदेही पर बरामदगी की। गैंग को चिह्नित कर अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी। लूटे गए जेवरातों में से 50 प्रतिशत से अधिक बरामद दो बैग बरामद हुए हैं।
जागरण संवाददाता, आरा। टाउन थाना क्षेत्र अन्तर्गत शीश महल चौक स्थित तनिष्क आभूषण शोरूम में लूटपाट के दौरान सुरक्षा गार्ड मनोज ठाकुर से छीना गया लाइसेंसी बंदूक और ग्राहक का मोबाइल दोनों बरामद कर लिया गया है। इसकी जानकारी मंगलवार को भोजपुर एसपी राज ने पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के बाद पकड़े गए दोनों अपराधियाें छपरा जिले के दिघवारा निवासी विशाल गुप्ता एवं सोनपुर थाना के सेमरा गांव निवासी कुणाल कुमार की निशानदेही पर बंदूक और मोबाइल की बरामदगी हुई है।
भागने के क्रम में कोईलवर थाना के कायमनगर पुल के पास स्थित झाड़ी में छुपा दिए थे। एसपी ने बताया कि गैंग को चिह्नित कर लिया गया है।
दोनों की निशानदेही पर अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। लूट एवं मुठभेड़ को लेकर अलग-अलग दो प्राथमिकी की गई है।
तनिष्क आभूषण शोरूम से करीब 10 करोड़ नौ लाख 59 हजार रुपये के जेवरातों लूट हुई है। जैसा कि सहायक स्टोर मैनेजर विनोद कुमार जो प्राथमिकी कराई है, उसमें भी जिक्र है।
पुलिस लूटे गए जेवरातों में से करीब 50 प्रतिशत से अधिक जेवरातों की बरामदगी कर चुकी है। लूटे गए तीन बैगों से दो बैग बरामद हो गया है।
कांड में प्रयुक्त दो पिस्टल, दस कारतूस के अलावा एक बाइक को जब्त किया गया है। दूसरी ओर बड़हरा के बबुरा स्थित छोटी पुल के पास पुलिस से मुठभेड़ को लेकर बड़हरा थानाध्यक्ष शैलेश्वर के बयान पर अलग से दूसरी प्राथमिकी हुई है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस की ओर से हुई प्राथमिकी में मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए बदमाशों के अलावा तीन को नामजद एवं अन्य अज्ञात को आरोपित किया गया है।
षड्यंत्र में शामिल होने को लेकर पश्चिम बंगाल के जेल में बंद वैशाली जिले के बिदपुर-मझौली क्षेत्र निवासी चंदन कुमार को भी आरोपित किया गया है।
इधर, पुलिस तकनीकी सूत्र एवं फुटेज के आधार पर लगातार भोजपुर से लेकर पटना, वैशाली एवं सारण समेत अन्य संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। करीब तीन-चार अन्य संदिग्धों को भी उठाकर पूछताछ चल रही है।
मालूम हो कि सोमवार की सुबह तीन अलग-अलग बाइक से आए छह-सात अपराधियों ने शोरूम से करोड़ों के जेवरात के साथ सुरक्षा गार्ड मनोज का लाइसेंसी बंदूक, छह कारतूस एवं एक ग्राहक का मोबाइल छीन लिया था।
दूसरे दिन भी कैंप करते रहे डीआइजी से लेकर एसटीएफ के अफसर
शोरूम में हुई लूट को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी शाहाबाद के डीआइजी सत्य प्रकाश आरा में कैंप करते रहे। इस दौरान अपराधियाें की गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग जगहों पर चल रहे आपरेशन की जानकारी लेते रहे।
साथ में एसपी राज एवं एएसपी परिचय कुमार भी थे। इस दौरान एसटीएफ के डीएसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में आई टीम भी मोबाइल सीडीआर, तकनीकी सूत्र के अलावा सीसीटीवी फुटेज में कैद अपराधियों के कद-काठी एवं हुलिया से संदिग्धों को चिह्नित करने में लगी रही।
पुलिस टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
एसपी राज ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी में सराहनीय भूमिका निभाने वाले पुलिस अफसरों एवं जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा।
प्रेस वार्ता के दौरान एएसपी परिचय कुमार के अलाव टाउन थानाध्यक्ष देवराज राय , दाराेगा विजय सिंह, बड़हरा थानाध्यक्ष शैलेश्वर एवं दाराेगा गोविंद कुमार मौजूद थे।
सोने की रिंग खरीदने के बहाने शोरूम में घुसे थे अपराधी
सोमवार की सुबह लूटपाट करने आए अपराधी सोने की रिंग करने के बहाने अंदर घूसे थे। इसका खुलासा शोरूम के सहायक स्टोर मैनेजर विनोद कुमार के बयान से हुआ है।
इसे लेकर गड़हनी के सिकरिया निवासी सहायक स्टोर मैनेजर ने टाउन थाना मेें सात अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों का उम्र,कद-काठी एवं हुलिया का भी जिक्र किया गया है। सभी की उम्र 22 से 25 के बीच बतायी जा रही है।
प्राथमिकी के अनुसार सुबह 10.21 बजे पहले दो अपराधी ग्राहक के रूप में रिंग देखने के लिए आए एवं फर्स्ट फ्लोर के काउंटर पर जाकर बैठ गए।
उसके ठीक तीन-चार मिनट बाद तीन और अपराधी गार्ड एवं गनमैन को कब्जे में लेकर स्टोर में प्रवेश किए एवं सुरक्षा गार्ड से लाइसेंसी गन एवं छह कारतूस छीन अपने कब्जे में ले लिए।
इसके बाद नीचे फ्लोर के सारे कर्मचारियों को पिस्तौल के बल पर बंधक बना लिए। ठीक उसी दौरान दो और अपराधी गेट के अंदर प्रवेश किए और लूटपाट शुरू कर दी।
अपराधी अपने साथ तीन बैग लेकर आए थे। महिला कर्मी ने फोन करने का प्रयास किया तो सभी का मोबाइल छीन लिए।
उसी दौरान एक महिला कर्मचारी नीचे फ्लोर पर लूटपाट को देख सेकेंड फ्लोर पर भागकर गई और गहना हटाने के लिए बोली।
तब तक जो अपराधी ग्राहक के रूप में सेकेंड फ्लोर पर बैठा था उसने पिस्तौल भिड़ा कर उन्हें भी बंधक बना लिया। विरोध करने पर मारपीट की एवं काउंटर का शीशा तोड़कर लूटपाट की। दस मिनट तक लूटपाट करने के तीन बैगों में जेवरात भरकर भाग गए।
तीन बैग के अलावा पाकेट एवं जैकेट में भी जेवर भरकर भागे अपराधी इधर, प्राथमिकी के अनुसार लूटपाट के दौरान अपराधी तीन बैग के अलावा पाकेट एवं जैकेट में भी जेवर भरकर भागे है।
शोरूम के बाहर एक ब्लू रंग की पल्सर बाइक खड़ी थी। जिस पर दो बैग रखे थे। हेलमेट पहना अपराधी बाइक चला रहा था। साथ रहे अन्य अपराधी अपने साथ तीसरा बैग लेकर गए थे।
शोरूम में था 24 करोड़ रुपये मूल्य के जेवरातों का स्टाक
इधर, सहायक स्टाेर मैनेजर विनोद कुमार ने जो प्राथमिकी कराई है उसके अनुसार नौ मार्च को बंद करने के समय शोरूम मेें 24 करोड़ 37 लाख 74 हजार रुपये मूल्य का स्टाक था।
दस मार्च की सुबह शोरूम खुलने के समय भी उतना ही स्टाक था। लूटपाट के बाद स्टाक का मिलान किया गया ताे 14 करोड़ 28 लाख 14 हजार का स्टाक ही सिर्फ पाया गया। उस हिसाब से 10 करोड़ नौ लाख 59 हजार का जेवरात लूटा गया है।
मास्टर माइंड चंदन से भी पूछताछ करेगी पुलिस
जेवरातों की लूट में षड्यंत्र रचे जाने को लेकर पश्चिम बंगाल के जेल में बंद वैशाली जिले के बिदुपुर थाना के मझौली गांव निवासी चंदन उर्फ प्रिंस का भी नाम आया है।
वर्तमान में वह पश्चिम बंगाल के बाकुंडा जेल में बंद है। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के बाद पकड़े गए छपरा जिले के दिघवारा निवासी विशाल गुप्ता एवं छपरा के ही सोनपुर थाना के सेमरा गांव निवासी कुणाल कुमार से गहन पूछताछ एवं स्वीकारोक्ति बयान में गैंग के मास्टर माइंड के रूप में हिस्ट्रीशीटर चंदन का नाम आया है।
पुलिस की टीम बाकुंडा जेल में बंद मास्टर माइंड से भी पूछताछ करेगी। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के अगल-अलग जेलों में बंद नालंदा के सुबोध सिंह एवं वैशाली जिले के निरंतक गैंग से कनेक्शन को लेकर भी पुलिस अलग से जांच करेगी। क्योंकि, तीनों का नाम अंतरराज्यीय लूट कांडों में भी आते रहा है।
फिलहाल, मुठभेड़ में घायल दोनों अपराधियों का इलाज पुलिस अभिरक्षा में सदर अस्पताल,आरा में चल रहा है। पुलिस दोनों की निशानदेही पर आगे की कार्रवाई कर रही है। जेल में बंद चंदन पर बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल में भी दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आ रही है।
लूट को अंजाम देने से पहले कायमनगर-बबुरा इलाके में गुजारी थी रात
लूटपाट की घटना को अंजाम देने से पहले अपराधियों ने रात में भोजपुर जिले में ही सेंटर लिया था। कायमनगर-बबुरा इलाकेे के किसी घर में रात गुजारे जाने की बात सामने आ रही है।
पुलिस पकड़े गए अपराधियों की निशानदेही पर संबंधित घर को भी चिह्नित करने में लगी हुई है। जिससे की पनाह देने वालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जा सके।
वैसे पकड़े गए अपराधियों का कहना है कि वे दोनों सारण से यहां आए थे। जबकि, उनके अन्य साथी पहले से जिले के सीमावर्ती इलाके में रात से ही सेंटर लिए हुए थे। इधर, सोमवार की रात तक दोनों से पूछताछ चलती रही।
कांड में पकड़े गए अपराधियों को नहीं पता अन्य साथियों का नाम
- इधर, कांड में पकड़े गए विशाल गुप्ता एवं कुणाल कुमार ने सिर्फ मास्टर माइंड चंदन कुमार का नाम लिया है। जबकि, अन्य साथियों के बारे में विस्तृत जानकारी होने से इंकार किया है।
- दरअसल, गैंग के मास्टर माइंड इस तरह के वारदातों के लिए वैसे लड़कों को हायर करते है जो एक-दूसरे से अनभिज्ञ रहते है। नाम भी फेंक बताया जाता है।
- कोड नंबर के जरिए वारदात को अंजाम देते है। इसलिए पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उन्हें चिह्नित करने में लगी है। कुछ संदिग्धों के नाम भी आए है।
शोरूम से 80 मीटर दूरी खड़ी की थी दो बाइक
अभी तक की जांच में यह बात आ रही कि शीशमहल चौक स्थित शोरूम में लूटपाट करने से पहले अपराधियों ने दो बाइक को करीब 80 मीटर दूर शीश महल चौक मोड़ के आसपास सड़क किनारे खड़ा किया था।
सिर्फ एक पल्सर बाइक शोरूम के आगे खड़ी थी। उसी बाइक पर दो बैग रख कर दो अपराधी बड़हरा की ओर भागे थे। जबकि, अन्य चार अपराधी पैदल चलकर आगे खड़ी बाइक तक पहुंचे थे। उनके हाथ में छीना गया बंदूक था।
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