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    Ara Crime: फिल्मी स्टाइल में पुलिस की गिरफ्त से भागा कुख्यात; पहले बीमारी का बहाना बनाकर गिरा, फिर हो गया फरार

    By Deepak SinghEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Wed, 04 Jan 2023 09:08 AM (IST)

    बिहार में पुलिस अपराधियों को नहीं बल्कि अपराधी पुलिस को दौड़ा रहे हैं। आरा में एक कुख्यात अपराधी पेशी के दौरान फिल्मी अंदाज में कोर्ट से फरार हो गया। ...और पढ़ें

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    फिल्मी स्टाइल में पुलिस की गिरफ्त से भागा कुख्यात; पहले बीमारी का बहाना बनाकर गिरा, फिर हो गया फरार

    आरा, जागरण संवाददाता। सूबे के डीजीपी आरएस भट्टी ने कमान संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में कुख्यात अपराधियों को दौड़ाने का आदेश दिया था, लेकिन सूबे में इसके पूरा उलट हो रहा है। भोजपुर के एक कुख्यात ने हथकड़ी सरकाकर पुलिस को ऐसा दौड़ाया कि वह पीछा करने के बाद भी उनके हाथ नहीं लग सका। वाकया भोजपुर जिले के सिविल कोर्ट आरा की है। पेशी के लिए लाया गया कुख्यात बंदी आशीष पासवान मंगलवार की शाम हथकड़ी खोलकर फरार हो गया।

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    फरार बंदी आशीष आरा टाउन थाना के गौसगंज मोहल्ला का निवासी है। करीब दो साल से जेल में बंद था। हत्या समेत अन्य मामले दर्ज हैं। इसे लेकर टीम में शामिल एएसआई वीरेन्द्र प्रसाद ने टाउन थाना में प्राथमिकी कराई है। पुलिस अब उसे गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी है। चार लोगों को को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

    पिछले महीने 17 कैदी भेजे गए थे भागलपुर

    आपको बताते चलें कि जेल से आठ मोबाइल और 15हजार रुपये नकद मिलने के बाद चार दिसंबर 2022को आशीष पासवान समेत 17 कैदियों को केन्द्रीय कारा भागलपुर स्थानांतरित किया गया था। आशीष को शहीद जुब्बा साहनी केन्द्रीय में रखा गया था। एक केस में उपस्थापन के लिए भोजपुर पुलिस की टीम को भागलपुर भेजा गया था। टीम ने भागलपुर से नौ कैदियों को आरा लाया था।

    मंगलवार की शाम साढ़े चार बजे बंदी का उपस्थान कराने के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कोर्ट में पुलिस कर्मी ले जा रहे थे कि बीमारी का बहाना बनाकर वह अचानक गिर गया और फिर हवलदार के हाथ से हथड़ी सरकाकर फरार हो गया। बाद में पीछा भी किया गया, लेकिन हाथ नहीं लग सका। पुलिस इस मामले में उसके घर तक भी गई पर पकड़ा नहीं जा सका। पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एक दिसंबर को जेल में तलाशी के दौरान उसके पास से 15 हजार नकद भी मिला था।

    दो साल पूर्व हत्या के मामले में पकड़ा गया था आशीष

    मालूम हो कि आठ जून 2020 की देर शाम गौसगंज में प्रॉपर्टी डीलर नंद किशोर पासवान के बेटे मिथुन को गोलियों से भून दिया गया था। इसे लेकर नंदकिशोर पासवान के बयान पर पर दर्ज प्राथमिकी में गौसगंज निवासी कुख्यात आशीष पासवान, उसके भाई अविनाश पासवान समेत सात को नामजद एवं दो अज्ञात को आरोपी बनाया गया था।

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