आरा-पटना रूट पर महाजाम, कन्हौली से कोईलवर तक टस से मस नहीं हुईं गाड़ियां; पूरी रात फंसे रहे स्कूली बच्चे
Bihar News In Hindi पटना से आरा आना जाना इन दिनों काफी मुश्किल है। कोईलवर से कनहौली तक रविवार को भीषण जाम से लोग बेहाल रहे। करीब 7 घंटे तक वाहन जाम में फंसे रहे। जाम छुड़ाने के लिए पुलिस को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं सकड्डी-नासरीगंज हाईवे पर भी बालू लदे ट्रकों की वजह से जाम लगा रहा।

संवाद सूत्र, कोईलवर (आरा)। रविवार को कोईलवर से कनहौली (15 किमी) तक भीषण जाम से फंसे लोग कराह उठे। जाम छुड़ाने के लिए सुबह छह बजे से ही कोईलवर थाना के चौकीदार से लेकर डीएसपी को सड़क पर उतरना पड़ा, लगभग सात घंटे बाद जाम से थोड़ी राहत मिली।
वहीं सकड्डी-नासरीगंज हाईवे पर सकड्डी मोड़ से सहार तक बालू लदे ट्रको की लंबी लाइन लगी रही। शनिवार-रविवार रात में कोहरा होने के कारण विजीविलिटी पांच मीटर रहा।
वहीं, जल्दी निकलने की होड़ में पटना-बक्सर फोरलेन हाईवे पर जाम शुरू हुआ, जिसका असर हुआ- सिक्सलेन पुल का पटना जाने वाला लेन में भी वाहनों का रेला लग गया। जबकि सिक्सलेन पुल का कोईलवर और आरा जाने वाले लेन में शनिवार से ही बालू लदे ट्रकों से जाम था।
एक लेन पहले से जाम होने पर पटना से आरा की ओर जाने वाले वाहनों का रांग साइड में घुसना शुरू हुआ। देखते ही देखते दोनों लेन में ऐसा जाम लगा, जिससे कोई भी वाहन सात घंटे तक टस से मस नहीं हुए।
वहीं कम विजीविलिटी होने के कारण जो वाहन जहां थे थम गए। पुराने लोहा पुल पर भी भीषण जाम हो गया, जिससे जाम में सैकड़ों छोटी वाहनों के साथ एक दर्जन से ज्यादा एम्बुलेन्स फंस गई।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
- जाम की सूचना मिलते ही ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सिधांशु, एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह, थानाध्यक्ष नरोतमचन्द्र पुलिस बल और चौकीदार के साथ पुल के पूरबी मुहाने परेव से लेकर मनभावन मोड़, छपरा रोड में यातायात को संधारित करने में लग गए।
- जाम को लेकर छपरा से कोईलवर आने वाली ट्रकों को डोरीगंज में तीन घंटे रोका गया। तब आरा-छपरा हाईवे पर डोरीगंज की ओर जाने वाले बालू लदे ट्रकों को भेजा गया।
- इसके बाद भी जाम कम नहीं होने का नाम ले रहा था, जिसके बाद सिक्सलेन पुल का दोनों लेन से कोईलवर, छपरा और आरा की ओर भेजा गया। तब जाकर जाम से थोड़ी राहत मिली, लेकिन रविवार शाम को स्थिति जस की तस रही।
फंसे रहे प्रकाश पर्व में शामिल हाेने वाले श्रद्धालु
प्रकाश पर्व में शामिल होने पंजाब से पटना साहिब जाने वाले कई श्रद्धालु छोटे वाहन सिक्सलेन पुल पर फंसे रहे, जो किसी तरह से वापस कोईलवर पहुंच संदेश, सहार के रास्ते आगे गए।
जाम ऐसा था कि एम्बुलेंस को कोईलवर से परेव, बिहटा पहुंचने में दो घण्टे लगे, जिसे किसी तरह मनेर के रास्ते आगे ले जाया गया।
वहीं डुमरांव के एक निजी विद्यालय के 82 बच्चे शनिवार शाम साढ़े छह बजे से बिहटा सोन होटल के पास बस में पूरी रात फंसे रहे, जिन्हें रविवार को दोपहर एक बजे कोईलवर पुलिस बच्चों और शिक्षक को बस से रेस्क्यू कर कोईलवर मनभावन मोड़ लाया गया।
बच्चो को चाय, बिस्किट, स्नैक्स खिला स्कुल के दूसरे वाहन से डुमरांव भेजा गया। स्कूल के निदेशक मनोज यादव, शिक्षक रेखा, निशा, चन्दन ने बताया कि सर्द रात में बच्चो के साथ पूरी रात बिहटा में फंसे रहे। बच्चे रौनक, रौशन, प्रीति, मनीष ने बताया कि कोईलवर पुलिस का सहयोग सराहनीय रहा।
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