Bihar News: नौकरी के पीछे भागने की बजाय रोजगार देने वाले बनें, राज्यपाल ने युवाओं को दे दी सलाह
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के छठे दीक्षा समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि बिहार करवट ले रहा है और नई शिक्षा नीति में उद्यमी बनने के अवसर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने युवाओं से नौकरी के पीछे भागने की बजाय उच्च शिक्षा के बाद रोजगार के लिए उद्यमी बनकर रोजगार देने वाला बनने का आह्वान किया।

जागरण संवाददाता, आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के छठे दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि बिहार करवट ले रहा है। नई शिक्षा नीति में उद्यमी बनने के अवसर प्रदान किए गए हैं।
इसके माध्यम से भारत के लिए 25 वर्षों के बाद विकसित देश बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। युवाओं को नौकरी के पीछे भागने की बजाय उच्च शिक्षा के बाद रोजगार के लिए उद्यमी बनकर रोजगार देने वाला बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दीक्षा समारोह का मतलब शिक्षांत नहीं होता है। यह जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है। विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र होता है। इनमें विद्यार्थियों को केवल पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन ही नहीं, बल्कि उनकी बौद्धिक क्षमता कैसे बढ़े, इस पर जोर दिया जाता है।
राज्य व केंद्र सरकार ने उद्यमी योजना की भी शुरुआत की
- इस अवसर पर 145 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने की घोषणा की गई, जिनमें 92 छात्राएं हैं।
- राज्यपाल कहा कि राज्य व केंद्र सरकार ने उद्यमी योजना की भी शुरुआत की है, जहां प्रशिक्षण से लेकर सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाती है।
- राजभवन ने इंटरप्रेन्योर सेल का गठन किया है, जिसने देश की नामचीन कंपनियों से बात की है। इस योजना को अंतिम रूप देने के बाद सभी विश्वविद्यालय के लिए घोषित किया जाएगा।
- उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को इंटरप्रेन्योर सेल का गठन करना चाहिए। युवा पढ़ाई के क्रम में ही उद्यमी बनने की दिशा में प्रेरित हों।
- कुलाधिपति ने वीकेएसयू के 33 वर्षों में केवल छह बार दीक्षा समारोह होने पर चिंता जताई और इस बार आयोजन के लिए कुलपति प्रो. शैलेंद्र कुमार चतुवर्तेदी को धन्यवाद दिया।
कुलपति और शिक्षकों को साधुवाद दिया
उन्होंने सत्रों को नियमित करने के लिए कुलपति और शिक्षकों को साधुवाद दिया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलाधिपति आर्लेकर, कुलपति प्रो. चतुर्वेदी, कुलसचिव प्रो. रणविजय कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मंच संचालन डॉ. विजय कुमावत और प्रो. लतिका वर्मा ने किया।
राज्यपाल ने कालिका नंदन प्रसाद सिंह के जन्म शताब्दी समारोह में भाग लिया
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बुधवार को ललित नारायण मिश्र आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान में आयोजित कालिका नंदन प्रसाद सिंह के जन्म शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कालिका बाबू ने जीवन भर समाज के लिए कार्य किया।
उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को समाज के सामने लाने की आवश्यकता है ताकि युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके। उन्होंने अपने मन में नेतृत्व का भाव लाये बिना अनगिनत लोगों का मार्गदर्शन किया।
राज्यपाल ने कहा कि ईश्वर हमारे बीच वैसे अनेक लोगों को भेजते हैं जो अपने जीवन और कार्यों के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन करते हैं। कालिका बाबू उन्हीं लोगों में से एक थे। वे एक सच्चे कर्मयोगी थे। उनका जीवन अनुकरणीय है।
राज्यपाल ने कालिका बाबू के जीवन और कार्यों पर आधारित व्याख्यानमाला के आयोजन का सुझाव भी दिया।कार्यक्रम को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, सिक्किम एवं मेघालय के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल तथा विश्व हिन्दू परिषद के विनायक देशपाण्डे समेत अन्य अतिथियों ने संबोधित किया।
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