पटना-लखनऊ 'वंदे भारत' पर खूब बरस रही राम जी की कृपा, धड़ाधड़ हो रही सीट की बुकिंग; इस वजह से हाउसफुल जा रही ट्रेन
पटना-लखनऊ वंदे भारत पर राम जी की कृपा खूब बरस रही है। आलम यह है कि आने वाले दिनों में ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। जब से ट्रेन खुली है तब से यह हाउसफुल चल रही है। ट्रेन की डिमांड इसलिए भी अधिक है क्योंकि बिहार में लोग अब वीकेंड डेस्टिनेशन के रूप में भी अयोध्या जाना पसंद कर रहे हैं।
जागरण संवादाता, आरा। रेल यात्रियों का अब एक बड़ा तबका लग्जरी खोजता है, भले ही इसके लिए कुछ ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं। अगर ट्रेन पटना-लखनऊ वंदे भारत हो, जिसके साथ प्रभु श्रीराम की आस्था जुड़ी हो, तो उस ट्रेन से रेलवे का बल्ले-बल्ले तो होना ही है।
वंदे भारत की खूब बढ़ी डिमांड
जब से ट्रेन खुली है, हाउसफुल चल रही है। अभी भी अगले एक सप्ताह तक ट्रेन में वेटिंग सीट मिल रही है। शनिवार को तो यह ट्रेन उच्च मांग पर है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग वीक-एंड डेस्टीनेशन में अयोध्या जाना पसंद कर रहे हैं।
ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलना हुआ मुश्किल
आईआरसीटीसी की वेबसाइट के अनुसार, पटना से लखनऊ जाने वाली वंदे भारत ट्रेन में दो अप्रैल को 55, तीन को 27, चार को 38, 6 को 93, 7 को 54 और 8 अप्रैल को 34 वेटिंग लिस्ट है।
यही हाल ट्रेन की वापसी यात्रा का है। खास बात यह है कि पटना और आरा से ट्रेन में बुकिंग कराने वालों में अच्छी तादाद अयोध्या तक जाने वाले यात्रियों की है। वापसी में भी अगले एक सप्ताह तक ट्रेन में कंफर्म टिकट मिलने की कोई गुंजाइश नहीं है।
अधिक किराया देकर लोग कर रहे सफर
बताते चले कि वंदे भारत रेलवे की लग्जरी ट्रेन है और यात्रा में सुखद अनुभव कराने के लिए हवाई जहाज जैसी व्यवस्था की गई है।
इस ट्रेन में आरा से अयोध्या की यात्रा के लिए 1010 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जिसमें सवा सौ किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से भागती ट्रेन में सुबह की चाय और नाश्ता के साथ दोपहर का भोजन करना अद्भुत आनंद देता है।
सामान्य ट्रेनों में आरा से अयोध्या का थर्ड एसी का किराया इससे लगभग 40 प्रतिशत कम है। इसके बाद भी वंदे भारत से लोग अयोध्या दर्शन को जाना पसंद कर रहे हैं।
आरा से वंदे भारत से अयोध्या गए यात्री विजय भारती ने बताया कि ट्रेन की टाइमिंग भी यात्रियों को आकर्षित करती है। आरा से सुबह 6.40 बजे यह ट्रेन खुलने के बाद सवा 12 बजे अयोध्या पहुंच जाती है, जिससे उसी दिन रामलला का दर्शन आसानी से हो जाता है।
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