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    Ara News: ई-मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर 63 हजार छात्राओं का डाटा अपलोड, ऐसे कर सकते हैं चेक

    Updated: Mon, 03 Feb 2025 05:02 PM (IST)

    वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए ई-मेधा शाफ्ट पोर्टल पर 63 हजार छात्राओं का डाटा अपलोड कर दिया गया है। छात्राओं को अपना अपलोड डाटा देखने के लिए ई-मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर अपना पंजीकरण संख्या डालना पड़ेगा। नोडल पदाधिकारी ने कहा कि डाटा अपलोड कराने को लेकर बिचौलिये भी सक्रिय हैं छात्राओं को उनसे बचकर रहना होगा।

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    कक्षा में बैठीं वीकेएसयू की छात्राएं। (फोटो जागरण)

    जागरण संवाददाता, आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए पोर्टल पर 63 हजार छात्राओं का डाटा अपलोड है। यह स्नातक सत्र 2020-23 और 2021-24 के अलावा पीछे के सत्रों की उत्तीर्ण छात्राओं का डाटा है। यह अब तक का सबसे अधिक डाटा है।

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    विश्वविद्यालय के नोडल पदाधिकारी बकारुत जमा ने बताया कि डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया 10 जनवरी को खत्म हो गई। 12 जनवरी से पोर्टल पर छात्राओं का डाटा दिखने लगा है। छात्राओं का डाटा अपलोड है अथवा नहीं, वह उसे चेक कर सकती हैं।

    यह देखने के लिए छात्रा को ई-मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर अपना पंजीकरण संख्या डालना पड़ेगा। कन्या उत्थान योजना के तहत 50 हजार रुपए की राशि स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के बैंक खाते में भेजी जाती है।

    वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय उन विश्वविद्यालयों में शामिल हैं जो स्नातक सत्र 2021-24 के स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं का डाटा अपलोड किया है। अब तक विश्वविद्यालय में विभिन्न सत्रों के करीब 61 हजार से अधिक छात्राओं को योजना का फायदा मिल चुका है।

    पोर्टल पर नाम नहीं दिखेगा, लिखा रहेगा रिजल्ट

    विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं का जो डेटा पोर्टल पर अपलोड किया है। उसमें केवल रिजल्ट लिखा दिखेगा। विश्वविद्यालय के नूतन परिसर में पोर्टल पर नाम नहीं दिखने पर प्रतिदिन तीन दर्जन से अधिक छात्राएं आ रही है।

    इसमें अधिकांश का डेटा पोर्टल पर अपलोड है, लेकिन वह तकनीकी रूप से जागरूक नहीं है। इसके कारण वह निर्देश को समझ नहीं पाती है और विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर देती है।

    नोडल पदाधिकारी कहते हैं कि पोर्टल पर छात्रा का नाम लिखा नहीं आएगा। कॉलेज का नाम, छात्रा का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर से इसे पोर्टल पर खोजा जा सकता है। जिनका रिजल्ट लिखा नहीं दिखेगा। वह अपने आवेदन के साथ विश्वविद्यालय में अपना मूल प्रमाण पत्र और अंक पत्र जमा कर सकती हैं।

    परिसर में सक्रिय बिचौलिये कर रहे हैं फायदा दिलाने का दावा

    नोडल पदाधिकारी ने कहा कि कन्या उत्थान योजना में छात्राओं के डाटा अपलोड कराने को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में बिचौलिया सक्रिय हैं। वे लोग डाटा को अपलोड कराने का दावा कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है।

    कन्या उत्थान योजना को लेकर सत्र 2020-23 और 2020-23 में स्नातक उत्तीर्ण हुई छात्राओं का डेटा अपलोड किया जा रहा है। ऐसे में जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं दिख रहा है। वैसी छात्राएं काउंटर के माध्यम से ही अपना कागजात जमा कराएं।

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