Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Farmer Registry: आरा के किसानों के लिए खुशखबरी! फार्मर रजिस्ट्री से मिलेगा सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ

    Updated: Sat, 19 Apr 2025 05:38 PM (IST)

    भोजपुर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत किसान रजिस्ट्री का कार्य शुरू हो गया है। कृषि और राजस्व विभाग मिलकर किसानों का डेटा तैयार कर रहे हैं जिसके बाद उन्हें आईडी कार्ड दिए जाएंगे। इस रजिस्ट्री से किसानों को सब्सिडी ऋण और बीमा जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ सही समय पर मिल सकेगा। पहले चरण में पीएम किसान योजना के लाभार्थियों की रजिस्ट्री हो रही है।

    Hero Image
    खबर की प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    धर्मेंद्र कुमार सिंह, आरा। भारत सरकार के द्वारा भोजपुर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत किसान रजिस्ट्री का कार्य कृषि और राजस्व विभाग के द्वारा किया जा रहा है।

    इसके बाद जिन-जिन किसानों का किसान रजिस्ट्री कार्य संपन्न हो जाएगा, उनका आईडी कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए जिले के 14 प्रखंडों के 28 राजस्व ग्रामों का चयन करते हुए वहां पर किसानों की रजिस्ट्री का कार्य शुरू कर दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसान रजिस्ट्री के लिए चयनित राजस्व ग्राम के किसानों को सार्वजनिक स्थान पर किसान सलाहकार और राजस्व कर्मचारी बुला रहे हैं। किसान सलाहकार जहां किसान के संबंध में जानकारी देंगे, वहीं राजस्व कर्मचारी उक्त किसान से जुड़ी हुई जमीन के संबंध में सभी डाटा को अपलोड करेंगे।

    उदवंतनगर पंचायत में चल रहा किसान रजिस्ट्री का कार्य।

    वहां पर उनके आने के बाद उनसे सभी प्रकार की जमीन संबंधी जानकारी लेने के बाद उनके कागजातों को देखा और लिया जा रहा है। इसके बाद उनके कागजातों को ऑनलाइन अपलोड किया जा रहा है।

    ऑनलाइन अपलोड करने का कार्य संपन्न हो जाने के बाद सभी किसानों को एक विशेष प्रकार का आईडी नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। इसी आईडी नंबर में किसान की जमीन संबंधी सभी प्रकार की जानकारी रहेगी। मालूम हो भोजपुर जिले के इन 28 राजस्व ग्रामों में लगभग 18 हजार पीएम किसान योजना के लाभुक किसान हैं।

    पहले चरण में पीएम किसान योजना के लाभुकों की किसान रजिस्ट्री हो रही है, जिनके पास स्वयं के जमीन और रसीद है। इसके बाद राज्य और केंद्र सरकार से निर्देश मिलने के बाद अन्य किसानों का भी किसान रजिस्ट्री बनेगा।

    मिलेगी ये सुविधाएं

    सरकार द्वारा किसान रजिस्ट्री और आईडी नंबर बनाने का मकसद सही किसानों को सही समय पर कृषि में सब्सिडी, ऋण या बीमा आदि समेत अन्य सभी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना है।

    पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना के सफल होने पर इसे जिले के सभी राजस्व ग्रामों में और सभी किसानों के लिए भी लागू किया जा सकता है। आरा सदर, उदवंतनगर और गड़हनी के सीओ ने बताया की किसान रजिस्ट्री के लिए राजस्व कर्मचारियों की तैनाती की गई है।

    क्या है किसान रजिस्ट्री और कौन-कौन हैं आवश्यक कागजात

    किसान रजिस्ट्री एक ऑनलाइन पोर्टल है। इस पर किसान या रैयत के जमीन से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी को डिजिटल रूप से ऑनलाइन किया जाएगा। यहां पर जमीन संबंधी सभी डाटा सुरक्षित रहेंगे।

    किसान रजिस्ट्री के लिए किसान का आधार से लिंक मोबाइल नंबर, किसान के नाम जमाबंदी/राजस्व रसीद तथा आधार कार्ड अनिवार्य रूप से देना होगा।

    14 प्रखंडों में इन 28 राजस्व ग्रामों का हुआ है चयन

    आरा प्रखंड में भकुरा और महुली, बड़हरा में बबूरा-बखोरापुर, बिहिया में कटेया-कमरियाव, चरपोखरी में सेमराव-नगरी, गड़हनी में बलीगांव-गड़हनी, जगदीशपुर में आयर-दलिपपुर, कोईलवर में बीरमपुर-खनगांव, पीरो में तार-छौरहीजंगल महाल, सहार में पेरहाप-गुलजारपुर राजस्व ग्राम का चयन हुआ है।

    वहीं, संदेश में भटौली-चिलौस, शाहपुर में बरीसवन-ईसरपूरा, तरारी में करथ- बड़कागांव, अगिआंव में नारायणपुर-अगिआंव, उदवंतनगर प्रखंड में उदवंतनगर और पियनिया राजस्व ग्राम का चयन किया गया है, जहां पर किसान रजिस्ट्री का कार्य शुरू है।

    यह भी पढ़ें-

    Farmer Registry: पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए फार्मर रजिस्ट्री है जरूरी, समस्तीपुर में लगया जा रहा शिविर

    Unique Kisan ID Card: आधार कार्ड की तर्ज पर बनेगी किसानों की यूनिक आईडी, एक क्लिक पर मिलेगी पूरी डिटेल