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    Unique Kisan ID Card: आधार कार्ड की तर्ज पर बनेगी किसानों की यूनिक आईडी, एक क्लिक पर मिलेगी पूरी डिटेल

    बिहारशरीफ में किसानों के लिए आधार कार्ड की तरह यूनिक किसान आईडी बनना शुरू हो गया है। कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए यह आईडी अनिवार्य होगी। इस आईडी से किसानों की जमीन फसल और पशुधन की जानकारी आसानी से मिल सकेगी। पहले दिन 23 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया। जिला कृषि पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान आईडी होना अनिवार्य होगा।

    By rajesh kumar Edited By: Piyush Pandey Updated: Sat, 12 Apr 2025 06:30 PM (IST)
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    आधार कार्ड के तर्ज पर अब होगी किसानों की यूनिक आईडी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। अब आधार कार्ड की तरह किसानों की भी यूनिक आईडी होगी। जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो राजस्व ग्राम में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 11 अप्रैल से किसानों की यूनिक आईडी बनना प्रारंभ हो गई है।

    पहले दिन पंजीकरण

    कार्य प्रारंभ के पहले दिन शुक्रवार को 23 किसानों ने किसान आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि कृषि योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान आईडी होना अनिवार्य होगा।

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    आईडी से लाभ

    इस आईडी के बन जाने से किसानों का पूरा ब्यौरा एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाएगा। इसके बन जाने से आईडी से किसान के पास कितनी जमीन है, उस जमीन में कितना फसल आच्छादन किया गया है, कितने पशुधन हैं आदि जानकारी उपलब्ध हो सकेगा।

    फार्मर आईडी के माध्यम से उस किसान के किसान होने का एक पहचान होगा, क्योंकि उनकी पूरी जानकारी का डाटाबेस तैयार होगा।

    किसान आईडी बनाने के लिए किन कागजातों की होगी दरकार

    किसानों को यूनिक आईडी बनाने के लिए अपना आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, जमीन की जमाबंदी की अद्यतन रसीद लेकर शिविर में आना होगा।

    वहीं किसान का नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले जमीन का खाता, खेसरा, मोबाइल नंबर तथा आधार नंबर को मिलाकर संपूर्ण डाटाबेस तैयार होगा।  आईडी बनने के बाद एक क्लिक पर एक क्षण में मोबाइल स्क्रीन पर पूरा ब्योरा आ जाएगा।

    कहां हो रहा है आईडी बनाने का कार्य प्रारंभ

    पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में जिन बीस प्रखंड के दो-दो राजस्व ग्राम में किसान आईडी बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है।

    उसमें अस्थावां प्रखंड के अस्थावां व जाना, बेन प्रखंड बेन व बाड़ा, बिहारशरीफ प्रखंड के पावा व पचौरी, बिंद प्रखंड के बिंद व नौरंगा, चंडी प्रखंड के माधोपुर व बड़ौना तथा एकंगरसराय प्रखंड के एकंगरडीह व औंगारी राजस्व ग्राम में कार्य शुरू हो गया है।

    वहीं गिरियक प्रखंड के चोरसुआ और सतोजा, हरनौत प्रखंड के बाराह और चेरो, हिलसा प्रखंड के कपसियावां और जूनियर, इस्लामपुर प्रखंड रानीपुर ढकवाहा, करायपरसुराय प्रखंड के कराई और पकड़ी, कतरीसराय प्रखंड के मौराबारीडीह और बिलारी, नगरनौसा प्रखंड नगरनौसा और कैला में कार्य प्रारंभ हो गया है।

    वहीं, नूरसराय प्रखंड के बारा खुर्द और बड़ारा, परबलपुर के प्रखंड के सोनचारी और मैई, रहुई प्रखंड के बारानंदी और हवनपुरा, राजगीर प्रखंड के गेरांर और नाहूस, सरमेरा प्रखंड के सरमेरा और इसुआ, सिलाव प्रखंड के घोसतावा और गोरावा एवं थरथरी प्रखंड के अस्ता और छारियारी बुजुर्ग राजस्व गांव में आईडी बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया है।

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