Bhagalpur: 28 लाख रुपये डकारने वाली शातिर नर्स पर कसा शिकंजा, प्रधान सचिव ने अधीक्षक से मांगी रिपोर्ट
भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक नर्स को बिना काम किए वेतन देने के मामले में प्रधान सचिव ने संज्ञान लिया है। अस्पताल अधीक्षक से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। लापरवाही उजागर होने पर कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा इस मामले की जांच खुद से करेंगे और रिपोर्ट देंगे।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत स्टाफ नर्स प्रतिमा कुमारी - 6 को बिना काम वेतन देने का मामला मुख्यालय तक पहुंच गया है। प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने अस्पताल अधीक्षक से पूरे मामले की जानकारी लेते हुए जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द मांगा है।
अब अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा इस मामले की जांच खुद से करेंगे और रिपोर्ट देंगे। इस आदेश के बाद जो लापरवाही करने वाले कर्मचारी है उस पर कठोर एक्शन होना अब तय हो गया है।
पूर्व अधीक्षक, नर्स और कर्मचारियों से होगी पूछताछ
प्रधान सचिव के निर्देश उपरांत अब गहनता से जांच होगी। लापरवाही किस स्तर से हुई है और इसमें कौन कौन शामिल है। नर्स प्रतिमा को बिना काम कैसे वेतन दिया जा रहा था। वेतन बनाने वाले लिपिक से पूछताछ होगी। नर्स को अवकाश पर जाने से पहले आवेदन मेट्रन कार्यालय में जमा करना चाहिए था।
इसने नियम की अनदेखी किसके कहने पर किया। वहीं, पैथोलाजी विभाग के सिस्टर इंचार्ज ने प्रतिमा के गायब होने की जानकारी मेट्रन को क्यों नहीं दिया। इसके अलावा, सर्विस बुक के जिम्मेदार की इसमें क्या लापरवाही है। इसने बिना जांच किए कैसे इंक्रीमेट का लाभ दे दिया।
वहीं, उपस्थिति बनाने वाले कर्मचारी की भी इसमें लापरवाही सामने आ रही है। पूर्व अधीक्षक ने बिना जांच किए कैसे प्रतिमा को इंक्रीमेट का लाभ दे दिया। यानी इस मामले में पूर्व दो अधीक्षक,पैथोलॉजी विभाग की सिस्टर इंचार्ज, वेतन बनाने वाले लिपिक, उपस्थिति की जांच करने और बनाने वाले लिपिक और नर्स प्रतिमा से पूछताछ होगी।
पहली बार मुख्यालय ने लिया खुद से संज्ञान
इस मामले में पहली बार मुख्यालय ने खुद से संज्ञान लिया है। सूत्र कहते है इसे मुख्यालय घोर लापरवाही मान रहा है। अस्पताल अधीक्षक की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सीधे मुख्यालय कार्यवाही करने की तैयारी में है। इसके बाद स्थानीय स्तर पर जिस ने लापरवाही किया है उनकी परेशानी बढ़नी तय मानी जा रही है।
नियम को दरकिनार कर सीधे पोस्ट से आवेदन जाता था कार्यालय
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत नर्स प्रतिमा कुमारी - 6 एक बार फिर अवकाश पर चली गयी है। अपनी बीमारी का इलाज कराने की बात को रखते हुए प्रतिमा ने चार से पांच दिन का अवकाश मांगा। अधीक्षक के निर्देश पर मेट्रन ने अवकाश पर जाने की अनुमति दे दी।
हमें मिला एक आवेदन, शेष जाता था कार्यालय
नर्स प्रतिमा पोस्ट से सीधे अवकाश का आवेदन कार्यालय भेजा करती थी। इस बाबत मेट्रन का कहना है कि हमारे पास पहली बार आवेदन आया तो हमने पूछताछ और जांच किया। अधीक्षक को जानकारी दिया। इसके बाद हमने अधीक्षक कार्यालय में आवेदन को लेकर स्थिति को जानने का प्रयास किया।
वहां बताया गया कि पोस्ट से आवेदन मिला है। आगे ये कहती है नियम है कि नर्स आवेदन हमें देगी। इसके बाद हम लोग अवकाश पर विचार करेंगे। अनुमति मिलने पर हम लोग इसकी जानकारी अधीक्षक कार्यालय को देते है। रोजाना अवकाश पर जो नर्स जाती है उसका पूरा विवरण हम लोग लिखते हैं।
जवाब का इंतजार, जांच आरंभ
इस मामले में स्पष्टीकरण का जवाब अब तक नहीं मिला है। जवाब आने के बाद ही आगे नियमानुसार क्या करना है इस पर विचार कर एक्शन लिया जाएगा। हालांकि अभी जांच आरंभ नहीं किया गया है।
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