Updated: Wed, 16 Apr 2025 01:55 PM (IST)
भागलपुर-हंसडीहा सड़क को जोड़ने वाली एनएच 333ए अब 7 मीटर से 10 मीटर चौड़ी की जाएगी। 140 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण में 1400 करोड़ खर्च होंगे। कटोरिया बांका पंजवारा समेत कई जगहों पर बाइपास का निर्माण भी होगा। भागलपुर-हंसडीहा मार्ग से जुड़ने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। बांका कटोरिया लखपुरा और पंजवारा में बाइपास का निर्माण शुरू कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर-हंसडीहा सड़क को जोड़ने वाली एनएच 333ए अब सात मीटर से 10 मीटर चौड़ी की जाएगी। बरबीघा से सिकंदरा, खैरा, जमुई, झाझा, सिमुलतला, कटोरिया, बांका, भेड़ामोड़, पंजवारा तक 140 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में 1400 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
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यह सड़क ढाकामोड के पास भागलपुर-हंसडीहा एनएच से जुड़ जाएगी। मंत्रालय ने एनएच के अधिकारियों को डीपीआर तैयार कराने का निर्देश दिया है। एनएच के अधिकारियों के अनुसार कटोरिया, बांका, पंजवारा, लखपुरा, बरबीघा, झाझा, शेखपुरा, जमुई, खैरा, लखपुरा, सिमुलतला में बाइपास का निर्माण भी होना है।
14.5 किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा
बांका, कटोरिया, लखपुरा और पंजवारा में बाइपास का निर्माण शुरू कर दिया गया है। 14.5 किलोमीटर बाइपास के निर्माण पर दो सौ करोड़ खर्च आएगा। यह क्षेत्र बिहारशरीफ और मुंगेर डिवीजन में पड़ता है। उक्त जगहों में बाइपास निर्माण पर 850 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
वहीं, जिन चार जगहों में बाइपास का निर्माण चल रहा है, वह सभी भागलपुर डिवीजन में है। 140 किलोमीटर लंबे एनएच 333 ए के भागलपुर-हंसडीहा मार्ग से जुड़ने से लोगों को कहीं भी जाने के लिए चारों तरफ से रास्ता का विकल्प मिलेगा। यातायात सुलभ होगा।
पांच मई को खुलेगा टेंडर
फोरलेन बनने वाली भागलपुर-हंसडीहा सड़क की निविदा पांच मई को खुलेगी। दो सड़क के फोरलेन बनने में अभी करना होगा इंतजार भागलपुर और मुंगेर से झारखंड जाने वाली दो सड़कें फोरलेन बननी है। दोनों सड़कों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सुधार की बात करते हुए लौटा दिया है। अब संशोधन कर फिर से डीपीआर मंत्रालय भेजा जाएगा।
मुंगेर-देवघर एनएच को फोरलेन के डीपीआर में मोर्थ ने पूरे चैनेज में 17 किलोमीटर सड़क को पहाड़ी क्षेत्र मानते हुए इसके बारे में सवाल किए हैं। फोरलेन करने के लिए डीपीआर में ट्रैफिक रिपोर्ट की भी मांग की है। वहीं, मुंगेर जिले के बरियारपुर से देवघर जाने वाले एनएच को फोरलेन के डीपीआर को वापस कर दिया है।
महाराष्ट्र की एफपी इंडिया प्रोजेक्ट्स लि. कंसल्टेंसी एजेंसी ने डीपीआर तैयार की है। 141 किलोमीटर लंबे फोरलेन के लिए 3500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें मुंगेर के खड़गपुर, गंगटा जंगल (भीमबांध वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी), गिधौर, सोनो व चकाई में नया बाइपास बनाने का काम होना है।
नए बाइपास व फोरलेन की सड़क के लिए 45 मीटर चौड़ी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। बिहार को झारखंड (बाबाधाम) से जोड़ने के लिए फोरलेन सड़क की डीपीआर में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) ने आपत्ति उठाई है। मोर्थ ने पूरे चैनेज में 17 किलोमीटर सड़क को पहाड़ी क्षेत्र मानते हुए इसके बारे में सवाल किए हैं। फोरलेन करने के लिए डीपीआर में ट्रैफिक रिपोर्ट की मांग की है।
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