Bihar News : बिहार में बदल रही 'शिक्षा' की सूरत, प्ले स्कूल की तर्ज पर बन रहे नए आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चे खेल-खेल में करेंगे पढ़ाई
Bihar News बिहार में शिक्षा की सूरत बदलती जा रही है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव केके पाठक के आने के बाद बहुत कुछ बदला है। लाखों शिक्षकों की बहाली हुई है। अब सरकार ग्रामीण स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए प्रयासरत है। यही वजह है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉर्डन प्ले स्कूल की तर्ज पर बनाया जा रहा है।

नवनीत मिश्र, भागलपुर। आंगनबाड़ी के बच्चे भी अब स्मार्ट होंगे। आंगनबाड़ी के बच्चे खेल-खेल में पढ़ेंगे। आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए अत्याधुनिक और खूबसूरत भवन बनकर तैयार हो रहे हैं।
अब तक आधा दर्जन भवन बनकर तैयार हो गए हैं। 32 भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। मनरेगा योजना अंतर्गत विभिन्न पंचायत में आंगनबाड़ी बनाने का निर्देश विभाग की ओर से दिया गया है।
इसके आलोक में पूर्व में निर्णय लिया गया था कि बाला तकनीक के तहत मनरेगा अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा।
डीएम ने दिए निर्देश
योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने पाया कि आंगनबाड़ी को और बेहतर तरीके से बनाया जा सकता है।
इसके आलोक में जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी की समीक्षा कर उन्हें और बेहतर तरीके से बनाया जाए।
उप विकास आयुक्त कुमार अनुराग द्वारा इस अभियान की समीक्षा की और 26 निर्माणाधीन आंगनबाड़ी को प्रोजेक्ट के तहत लिया गया।
इसमें सबसे पहले नवगछिया प्रखंड अंतर्गत कदवा दियारा पंचायत में बन रहे दो आंगनबाड़ी का चयन किया गया। इन आंगनबाड़ी को माडल के तहत विकसित किया गया एवं इसका निर्माण कराया गया। इसी तर्ज पर बाकी सभी निर्माणाधीन आंगनबाड़ियों को भी बनाया जा रहा है।
लगातार कर रहे समीक्षा
उप विकास आयुक्त ने बताया कि बाला तकनीक, जो की भवन के प्रकार एवं रंग के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करती है एवं अपनी ओर आकर्षित करती है, जैसा कि कई प्ले स्कूलों में होता है, उसी तर्ज पर आगे सभी आंगनबाड़ी का भी मनरेगा योजना अंतर्गत निर्माण कराया जाएगा।
कदवा दियारा पंचायत के अलावा शाहकुंड एवं खरीक प्रखंड के भी दो-दो आंगनबाड़ियों को इसी तर्ज पर विकसित किया गया है, जो अब अंतिम चरण पर है।
आंगनबाड़ी केंद्रों को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है और सभी आंगनबाड़ी को स्थल एवं जगह के अनुसार विकसित किया जा रहा है।
मनरेगा के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी एवं अभियंताओं को भी कदवा दियारा का भ्रमण कराया गया है, ताकि वो इस मॉडल को अपनाकर अपने क्षेत्र में भी कार्य कर सके।
इसके अतिरिक्त इस माडल के तर्ज पर सभी प्रखंडों को नए आंगनबाड़ी बनाने के लक्ष्य के अनुसार जमीन चिह्नित करने एवं निर्माण शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
82 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे
जिले में पहले चरण में मनरेगा योजना अंतर्गत 45 आंगनबाड़ी केंद्र बनने थे, जो बनकर तैयार हो गए हैं। दूसरे चरण में 82 आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण होना है।
32 आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण शुरू हो गया है। 50 आंगनबाड़ी केंद्र के लिए जमीन चिह्नित की जा रही है। नवगछिया के कदवा दियारा में दो आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार हो गए हैं।
इन दोनों आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण पर नौ-नौ लाख रुपये खर्च हुए हैं। गोराडीह प्रखंड के खुटाहा व मोहनपुर, इस्माइलपुर प्रखंड के इस्माइलपुर पूर्व भिट्ठा, शाहकुंड प्रखंड के हाजीपुर, खरीक प्रखंड के गोटखरीक, चोरहर व तेलघी में आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार हो गया है। यहां पेंटिंग का कार्य चल रहा है।
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