Bihar News: स्कूल के कमरों में बांधी जा रही थी भैंस, शिक्षा विभाग के अधिकारियों के उड़े होश; प्रधानाध्यापक पर कर दी कार्रवाई
केके पाठक का शिक्षा विभाग एक्शन में है। एक स्कूल में बड़े अधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितता पायी गई। देखा गया कि आठ कमरों के वर्ग कक्ष के निचले तल्ले को स्थानीय लोग निजी उपयोग में लाते हैं। इन कमरों में पहले भैंस बांधी जाती थी। इस भवन की सभी खिड़कियों के शीशे टूटी हुईं थीं। इसके बाद प्रधानाध्यापक का वेतन रोक लिया गया।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बंदरा प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय बरियापुर का डीईओ अजय कुमार सिंह ने निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूल में बड़े पैमाने पर अनियमितता पायी गई। विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या- 720 है। इसमें 61.25 प्रतिशत छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
विद्यालय में आवश्यकता से अधिक वर्ग कक्ष का निर्माण पाया गया। आठ कमरों के वर्ग कक्ष के निचले तल्ले को स्थानीय लोग निजी उपयोग में लाते हैं। इन कमरों में पहले भैंस बांधी जाती थी। विद्यालय में बिहार राज्य शिक्षा आधारभूत संरचना निगम की ओर से भवन का निर्माण किया गया है।
कमरे में भरा हुआ था कचरा
इस भवन की सभी खिड़कियों के शीशे टूटी हुईं थीं। निचले तल्ले पर सभी आठ कमरों का उपयोग साइकिल स्टैंड और मूत्रालय के रूप में किया जाता है। यह देख डीईओ ने प्रधानाध्यापक को फटकार लगाई। विद्यालय के प्रथम तल्ला पर एक कमरे में अनुपयोगी सामग्री व कचरा भरा हुआ पाया गया।
एक भीतर के अंदर सफाई का निर्देश
विभाग की ओर से निर्देश दिए जाने के बाद भी विद्यालय में अबतक अनुपयोगी सामग्री पाए जाने पर प्रधानाध्यापक की उदासीनता व लापरवाही को देखते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। डीईओ ने प्रधानाध्यापक का वेतन तत्काल प्रभाव से वेतन स्थगित करते हुए उन्हें तत्काल विभागीय कार्रवाई के अधीन कर दिया है।
इसके लिए आरोप पत्र अलग से निर्गत किया जाएगा। कहा है कि अगले दो दिनों में अनुपयोगी सामग्री का निष्पादन कराएं। साथ ही साइकिल स्टैंड और भैंस बांधने वालों को बाहर कर कमरों की साफ-सफाई एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित कराएं।
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