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    Bihar Politics: नीतीश सरकार को बचाने वाले दिग्गज नेता का टिकट कटा, ललन सिंह ने कर दिया 'खेला'!

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 01:34 PM (IST)

    महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार की नई साझेदारी अब सहयोगियों के लिए ही संकट बन गई है। सूर्यगढ़ा के विधायक प्रहलाद यादव, जिन्होंने 2023 में नीतीश सरकार का समर्थन किया था, को एनडीए ने टिकट नहीं दिया। भाजपा और जदयू के बीच खींचतान के चलते विजय सिन्हा को हार का सामना करना पड़ा। प्रहलाद यादव ने इसे राजनीतिक धोखा बताया और कहा कि जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है।

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    ललन सिंह और नीतीश कुमार।

    मृत्युंजय मिश्रा, भागलपुर। महागठबंधन से अलग होकर भाजपा (राजग) के साथ सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नई राजनीतिक जुगलबंदी अब अपने ही सहयोगियों के लिए संकट का कारण बन गई है। 2023 में फ्लोर टेस्ट के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देने वाले राजद के बागी तीन विधायकों में शामिल सूर्यगढ़ा के विधायक प्रहलाद यादव को एनडीए ने टिकट से बेदखल कर दिया है।

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    सूर्यगढ़ा सीट से जदयू जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल को उम्मीदवार घोषित किया गया है। यह फैसला भाजपा और जदयू के बीच खींचतान के बीच लिया गया।

    prahalad yadav

    बताया जाता है कि प्रहलाद यादव को भाजपा से टिकट दिलाने के लिए लखीसराय के विधायक सह उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा लगातार पैरवी कर रहे थे, जबकि मुंगेर सांसद सह केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इसके विरोध में थे।

    ललन सिंह किसी भी सूरत में यह सीट जदयू से छोड़ने को तैयार नहीं थे। अंततः टिकट वितरण की इस रस्साकशी में विजय सिन्हा को सियासी हार का सामना करना पड़ा और प्रहलाद यादव को टिकट नहीं मिला। यादव सूर्यगढ़ा से पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं और हर बार उनका मुकाबला एनडीए प्रत्याशी से ही रहा है।

    टिकट कटने के बाद भावुक प्रहलाद यादव ने कहा 23 सितंबर को मेरे जवान बेटे की मौत हुई और अब एनडीए ने मेरी राजनीतिक हत्या कर दी। मैंने नीतीश सरकार को बचाने के लिए राजद छोड़ा था। पांच बार एनडीए को हराकर विधायक बना, लेकिन आज उसी गठबंधन ने मुझे धोखा दिया।

    उन्होंने कहा कि जनता की भावना के साथ भी खिलवाड़ हुआ है। उनके साथ अपने दल से बागी होकर चेतन आनंद और नीलम देवी ने भी नीतीश सरकार का समर्थन किया था।

    चेतन आनंद और नीलम देवी के पति अनंत सिंह को एनडीए ने टिकट दिया लेकिन उनका टिकट काट लिया गया। यह राजनीतिक धोखा है। विधायक प्रहलाद यादव का टिकट कटते ही सूर्यगढ़ा सीट अब एक बार फिर दिलचस्प मुकाबले की ओर बढ़ रही है।

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